उन्नाव में नेट मार्केटिंग के नाम पर हजारों को फंसाकर करोड़ों रुपये ठगे: पीड़ितों ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की

उन्नाव में नेट मार्केटिंग के नाम पर हजारों को फंसाकर करोड़ों रुपये ठगे: पीड़ितों ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की

उन्नाव, अमृत विचार। नगर के बाईपास मार्ग तिराहा के पास इन दिनों बाहरी जिलों के ठगों का गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से भोले-भाले बेरोजगार युवकों को एक कंपनी में उच्च वेतन का लालच देकर बुलाया है और अब तक युवकों से जमानत राशि के नाम पर करोड़ों की ठगी कर चुका है। दो युवकों ने ठगों के चंगुल से किसी तरह भागकर उनके विरुद्ध कोतवाली में ठगी को लेकर तहरीर दी है।

जिला लखीमपुर खीरी के थाना निघासन अंतर्गत गांव भिड़ौरी निवासी सचिन और सुरेश द्वारा कोतवाली में दी तहरीर के अनुसार एजाज, सूरज कुमार, अरुण मौर्या, विपिन विकास व राजकुमार ने उन्हें फ़ोनकर बांगरमऊ बुलाया और एक कंपनी में 22 हजार रुपए प्रतिमाह पर नेट मार्केटिंग व आफिस वर्क की नौकरी देने का लालच दिया और बतौर जमानत 15 हजार रुपए जमा करने को कहा। दोनों ने उनके झांसे में आकर जमानत राशि जमा कर दी। 

ठगों ने नगर के बाईपास मार्ग तिराहा के पास एक खेत स्थित किराए की गोदाम में ठहरा दिया। जहां करीब एक हजार और युवक मौजूद थे। एक माह गोदाम में रहने के बाद जब युवकों ने वेतन की मांग की तो ठगों ने उन्हें यह कहकर भगा दिया कि जमानत का पैसा उनके खाते में भेज दिया जाएगा। किंतु जब 20 दिन बाद भी खाते में पैसा नहीं आया तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने दोबारा यहां आकर ठगों से पैसे मांगे। तब ठगों ने युवकों से तुरंत न भागने पर जान से मारने की धमकी दी।

1000 हजार से अधिक युवकों को बना लिया शिकार 

ठगी के शिकार सचिन ने बताया कि ठगों का मुखिया एजाज गोदाम में बंद करीब 1000 युवकों से अपने मोबाइल पर अपने एक सैकड़ा मित्रों व रिस्तेदारों के नाम लिखने को कहता है और अपने सामने सभी को फोन कर उन्हें नौकरी का लालच देने के लिए दबाव डालता है। गोदाम में नेट मार्केटिंग की कोई ट्रेनिंग नहीं होती है। कोतवाल राजेश पाठक ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी।

नहीं दिया जा रहा पेट भर खाना 

ठगों ने युवकों को मुफ्त भोजन का भी आफर दिया था। लेकिन, उन लोगों को दोपहर व शाम के खाने में सिर्फ चावल व पतली दाल और सड़ी आलू की सब्जी दी जाती है। जबकि सुबह का नाश्ता नहीं दिया जाता और सभी युवक दोपहर तक भूखे रहते हैं।

दहशत इतनी कि कोई जुबान खोलने की नहीं जुटा पा रहा हिम्मत 

ठगों का मुखिया एजाज युवकों को रोज टार्चर करता है कि आपस में बात नहीं करना है और किसी भी स्थानीय व्यक्ति से कोई संबंध नहीं रखना है। गोदाम से निकलते समय कुछ पत्रकारों ने भी युवकों से बात करने का प्रयास किया लेकिन, ठगों की दहशत के चलते कोई अपनी ज़ुबान नहीं खोल सका।

परिजनों से भी बात नहीं कर पा रहे चंगुल में फंसे युवक 

ठगी के शिकार युवकों ने जानकारी दी कि उनके गांव के तीन और युवक चक्रपाल, कपिल व अंकुर अभी भी गिरोह के चंगुल में फंसे हैं। ठगों ने इन युवकों को इतना अधिक टार्चर कर दिया है कि वे अपने माता-पिता और भाई-बहन आदि से भी बात नहीं कर पा रहे हैं।

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