पीलीभीत: डकैती पीड़ित बोला- बच्चों के सर्टिफिकेट और लूटे गए नकदी जेवर नहीं हुए बरामद, साजिशकर्ता पर भी नहीं हुई कार्रवाई

पीलीभीत: डकैती पीड़ित बोला- बच्चों के सर्टिफिकेट और लूटे गए नकदी जेवर नहीं हुए बरामद, साजिशकर्ता पर भी नहीं हुई कार्रवाई

पूरनपुर, अमृत विचार। डकैतों के जेल भेजे जाने के बाद भी लूटी गई धनराशि और जेवरात व्यापारी को नहीं मिल सके। उनका आरोप है कि घटना में शामिल स्थानीय व्यापारी को भी पुलिस ने जेल नहीं भेजा। पीड़ित व्यापारी ने एडीजी से मुलाकात कर घटना की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए बच्चों के शैक्षिक प्रमाण पत्र, जेवर और नकदी बरामद कराने की मांग की है। अपनी जान को भी खतरा बताया है।

कोतवाली क्षेत्र के गांव रम्पुरा ताल्लुके महाराजपुर के किराना व्यापारी सुनील गुप्ता के घर 30 जनवरी की रात डकैती हुई थी। बदमाशों ने असलाहों के बल पर करीब 32 लाख के जेवर और 27 लाख रुपये लूटे थे। इसके अलावा बच्चों के शैक्षिक प्रमाण पत्र और अन्य सामान भी  लूट ले गए थे। हालांकि डकैती की घटना को अंजाम दने वाले सभी आरोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है। इसके बावजूद व्यापारी का आरोप है कि पुलिस अभी तक लूटे गए समस्त जेवर और धनराशि बरामद नहीं कर सकी। सोमवार को व्यापारी सुनील गुप्ता और उनकी पत्नी साधना गुप्ता ने अपर पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई। एडीजी को दिए प़त्र में बताया कि पुलिस पांचों डकैतों को जेल भेज चुकी है। लूटे गए सोने चांदी के आभूषण और नकदी अभी तक वापस नहीं कराई गई। कोर्ट से आर्डर मिलने के बाद पुलिस ने डीबीआर उन्हें वापस नहीं की। इसके अलावा लूट की घटना को अंजाम दिलाने वाले छठे स्थानीय आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। जिसने घटना की साजिश रची थी। इससे व्यापारी ने अपने परिवार को खतरा बताया। बच्चों के लूटे गए शैक्षिक प्रमाण पत्र नहीं मिले हैं। पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट दंपति ने एडीजी से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने और सामान बरामद कराने की मांग की।

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