देहरादून: बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, पिछले साल की अपेक्षा इस साल कम पहुंचे श्रद्धालु

देहरादून: बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, पिछले साल की अपेक्षा इस साल कम पहुंचे श्रद्धालु

देहरादून, अमृत विचार। बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए, और इस साल यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले वर्षों की तुलना में कमी देखने को मिली। हालांकि, श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार रहा और एक महीने में तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने धाम में दर्शन किए। पूरे यात्रा काल में 14 लाख से अधिक श्रद्धालु बदरीनाथ पहुंचे, जबकि पिछले साल यह संख्या 18 लाख 42 हजार और 2022 में 17 लाख 60 हजार थी।

श्रद्धालुओं की संख्या में 12% की गिरावट

12 मई को शुरू हुई बदरीनाथ यात्रा 17 नवंबर को समाप्त हुई। इस साल 14 लाख से अधिक श्रद्धालु धाम पहुंचे, जो 2023 में 18 लाख 42 हजार और 2022 में 17 लाख 60 हजार से कम है। इस साल श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत और 2022 के मुकाबले 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

यात्रा की शुरुआत में देरी और पंजीकरण प्रणाली का असर

श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट के कारणों पर चर्चा करते हुए, तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉ. बृजेश सती ने कहा कि यात्रा के शुरुआती दिनों में पंजीकरण प्रणाली और यात्री संख्या पर लगाई गई सीमा के कारण यह कमी देखी गई। इस साल यात्रा 15 दिन बाद शुरू हुई, जबकि पिछले साल यात्रा अप्रैल के अंत में शुरू हुई थी। साथ ही, इस बार यात्रा का पंजीकरण पूरी तरह से ऑनलाइन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रही। 

अगले साल पंजीकरण और यात्रा के समय पर विचार करने की आवश्यकता

डॉ. बृजेश सती ने कहा कि अगले साल सरकार को पंजीकरण प्रक्रिया और श्रद्धालुओं की संख्या पर पुनर्विचार करना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि पंजीकरण और संख्या सीमित करने के उपायों को जारी रखा जाता है, तो इससे यात्रा पर असर पड़ सकता है और श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

यात्रा के अंतिम माह में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि

हालांकि, इस साल यात्रा के आखिरी एक महीने में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि देखी गई। 16 अक्टूबर तक श्रद्धालुओं की संख्या 11 लाख 33 हजार 926 थी, जो 17 नवंबर तक 14 लाख से अधिक हो गई। इस वृद्धि ने यात्रा के अंतिम दिनों में धाम में श्रद्धालुओं का उत्साह फिर से बढ़ा दिया।

सरकार और प्रशासन के लिए अगला कदम

बदरीनाथ के कपाट बंद होने के बाद, अगले साल की यात्रा को लेकर सरकार और प्रशासन के लिए कई सवाल खड़े हो गए हैं। क्या पंजीकरण की प्रणाली में बदलाव किया जाएगा? यात्रा की शुरुआत में देरी से बचने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे? इन सवालों का जवाब आने वाले महीनों में सरकार को देने होंगे, ताकि अगले साल की यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो और यात्रा का अनुभव बेहतर हो सके।

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