शाहजहांपुर: बीच सड़क पर भिड़े सांडों ने ठेला व दुकान को किया तहस-नहस

जलालाबाद मुख्य चौराहे पर शनिवार सुबह आपस में भिड़ गए छुट्टा सांड़

शाहजहांपुर: बीच सड़क पर भिड़े सांडों ने ठेला व दुकान को किया तहस-नहस

जलालाबाद, अमृत विचार। शनिवार सुबह लगभग पौने सात बजे मुख्य चौराहे पर सांड़ों में मल्लयुद्ध हो गया। चपेट में आकर शंकर का चाय का ठेला पलट गया और सारा सामान जमीन में बिखर गया। वहीं ठेले के पास की रमेश प्रोविजन की दुकान के काउंटर को भी टूट गया और सामान भी जमीन पर बिखर गया। लोगों की पानी और लाठी डंडों का प्रयोग कर अलग करने की कोशिश भी नाकाम रही। दोनों दुकानदार मामूली रूप से चोटिल हो गए। बाद में खुद लड़ाई शांत हुई और सांड़ व अन्य पशु चले गए।

शनिवार सुबह लगभग पौने सात बजे मुख्य चौराहे पर 10 मीटर की दूरी पर दो अलग-अलग स्थानों पर सांड़ों में भयंकर युद्ध शुरू हो गया। देखते ही देखते फर्रुखाबाद रोड पर वाहनों के पहिए थम गए और दोनों ही स्थानों पर हिंसक हुए पशु एक दूसरे को धूल चटाने के लिए क्रूरतम प्रहार करते रहे। इस बीच कई लोगों ने पानी और लाठी डंडों का प्रयोग कर उन्हें अलग करने की नाकाम कोशिश की लेकिन युद्ध अपने चरम पर पहुंच चुका था और आस पास घूम रहे लगभग आधा दर्जन अन्य गौवंशीय पशु भी लड़ाई में शामिल हो गए। मुख्य चौराहा पर लड़ रहे सांड़ों में से एक सांड़ ने दूसरे सांड़ को चाय का ठेला लगाए शंकर के ठेले की तरफ पूरी ताकत से फेंक दिया, जिससे शंकर का चाय का ठेला पलट गया और उस पर रखा सारा सामान जमीन में बिखर गया। इससे पहले कि चाय के ठेले पर गिरा सांड़ उठ पाता, दूसरे सांड़ ने उस पर दूसरा प्रहार कर उसे ठेले के पास की रमेश प्रोविजन की दुकान के काउंटर में घुसा दिया, जिससे रमेश के काउंटर का शीशा टूट गया और काउंटर पर रखा सारा सामान दूध के पैकेट के साथ अन्य सामान जमीन पर बिखर गया। हिंसक हुए पशुओं के कारण चौराहे पर भगदड़ मच गई, लोग खुद को बचाने इधर उधर भागते नजर आए। इस दौरान शंकर और रमेश समेत कई लोगों के हल्की फुल्की चोटे आईं। चाय वाले शंकर के ऊपर खौलती हुई चाय भी गिर गई, जिससे वह मामूली रूप से झुलस गए। तोड़फोड़ मचाने के बाद सभी लगभग एक दर्जन गौवंश फर्रुखाबाद रोड की तरफ भाग गए। इससे पहले शुक्रवार की देर रात खंडहर रोड पर रोडवेज स्टैंड के सामने भी दो सांड़ आपस में लड़ गए थे। दोनों में दस मिनट घमासान लड़ाई हुई, जिसमें कई लोग चोटिल होने से बच गए थे। रात की लड़ाई लोग अभी भूले भी नहीं थे कि शनिवार सुबह फिर मल्ल युद्ध हो गया। 

नगर में घूम रहे हैं सौ से ज्यादा गोवंश
नगर क्षेत्र में लगभग सौ से ज्यादा गौवंश सड़कों पर घूमते हुए मिल जाएंगे, जिनका जमावड़ा मुख्य चौराहा, तहसील रोड, सदर बाजार, मुख्य बाजार, खंडहर रोड, फर्रुखाबाद रोड, बरेली रोड, रोडवेज स्टैंड, काकोरी फील्ड समेत नवीन मंडी स्थल पर रहता है। यह छुट्टा पशु राहगीरों के लिए रात में दुर्घटना का कारण बनते हैं, तो सुबह सुबह दुकानदारों को अपनी दुकान के सामने से इनकी गंदगी साफ करनी पड़ती है। कुछ दुकानदारों ने तो अपनी-अपनी दुकान के सामने बल्लियों से बेरीकेडिंग कर रखी है, तो कुछ अपनी दुकान के सामने ईंट पत्थरों को इस तरह सजा कर जाते है कि इनको बैठने की जगह न मिल सके। इसके बाद भी यह  पशु कभी-कभी बेरीकेडिंग तोड़कर दुकान के सामने गंदगी कर जाते हैं।

जानिए क्या बोले दुकानदार
सुबह गौवंशीय पशुओं की लड़ाई में ठेला पलट गया था जिससे उसे काफी नुकसान हो गया। सारा दूध गिर गया, एक दो ग्राहकों के भी चोट आई, जो बस में बैठकर चले गए। नगर पालिका को गौवंशीय पशुओं को बंद कराना चाहिए, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। -शंकर, चाय व्यवसायी

सुबह जैसे ही दुकान खोली अचानक दो सांड़ लड़ते हुए दुकान के काउंटर से टकरा गए, जिससे काउंटर टूट गया और काफी सामान भी गिर कर खराब हो गया। नगर पालिका के जिम्मेदार लोग वेपरवाह बने हुए हैं और नुकसान हम लोगों को झेलना पड़ रहा है। -रमेश गुप्ता, रमेश प्रोविजन स्टोर

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