Kanpur: कार्डियोलॉजी में बनेगी बाउंड्रीवाल, निर्माण में खर्च होंगे 3.97 करोड़ रुपये, गेट पर तैनात होंगे अर्द्धसैनिक बल के जवान
अभी सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बाद भी परिसर में घूमते रहते एजेंट
कानपुर, अमृत विचार। कार्डियोलॉजी संस्थान में अब बेवजह कोई भी व्यक्ति नहीं टहल व घूम सकेंगा, न ही मेडिकल स्टोर, निजी पैथोलॉजी व हॉस्पिटल के एजेंट नजर आएंगे। इनकी वजह से मरीजों व उनके तीमारदारों को इलाज के नाम पर ठगा भी नहीं जाएगा। क्योंकि संस्थान में गेट व बॉड्रीवॉल के लिए तीन करोड़ 97 लाख रुपये स्वीकृत हो गये हैं, संस्थान के मुताबिक बस टेंडर प्रक्रिया के बाद संस्थान में काम शुरू हो जाएगा।
रावतपुर स्थित एलपीएस कार्डियोलॉजी संस्थान के गेट के पास, ओपीडी पर्चा काउंटर और इमरजेंसी के पास निजी मेडिकल स्टोर, पैथोलॉजी व हॉस्पिटल के एजेंटों का सुबह से लेकर शाम तक जमावड़ा लगा रहता है। यह एजेंट संस्थान में आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को अपना टारगेट बनाते है और भीड़ से निजात दिलाकर जल्दी इलाज कराने के नाम पर उनसे रुपये वसूलते हैं, ऐसा तब है, जब संस्थान के मुख्य गेट से लेकर अंदर तक सीसीटीवी लगे है, लेकिन इसके बावजूद इनपर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
संस्थान के निदेशक डॉ.राकेश कुमार वर्मा ने परिसर में बॉड्रीवॉल बनाने और तीन गेट बनाने की योजना तैयार की और शासन को प्रस्ताव भेजा था, जिसपर शासन ने मंजूरी की मोहर लगा दी है। निदेशक डॉ.राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि शासन ने संस्थान में बॉड्रीवॉल व गेट बनाने के लिए तीन करोड़ 96 लाख स्वीकृत किए है। अब किसी भी दिन टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
पूरे परिसर में बाउंड्रीवाल बनने के बाद अनजान व्यक्ति अस्पताल में बेवजह घूम नहीं सकेंगे। कॉर्डियोलॉजी संस्थान में तीन मुख्य गेट बनाएं जाएंगे। एक गेट पुरानी बिल्डिंग के सामने, दूसरा गेट इमरजेंसी के सामने और तीसरा गेट साइड में बनेगा, जहां से ऑक्सीजन सिलिंडर को लाने और ले जाने समेत आदि स्वास्थ्य सामग्री के लिए आना होगा।
अर्द्धसैनिक बल के 18 जवान तैनात होंगे
कॉर्डियोलॉजी संस्थान के तीनों गेटों पर चेकिंग के लिए अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती की जाएगी। इस संबंध में संबंधित विभाग से 18 अर्द्धसैनिक बल के जवानों की मांग की है। हालांकि जरूरत को अधिक है, लेकिन अगर इतने भी मिलते है तो सुरक्षा के लिहाज से काफी होंगे। इनके आने से बेवजह घूमने वाले लोगों पर लगाम लगेगी। मरीज व तीमारदार आने आप को सुरक्षित महसूस करेंगे। वहीं, किसी प्रकार की कोई घटना नहीं होगी, क्योंकि इनकी नजर सबपर होगी।