अपनी महत्वकांक्षाओं को किनारे रख महाराष्ट्र के हित में बड़ा सोचें: उद्धव ठाकरे की बागियों से अपील 

अपनी महत्वकांक्षाओं को किनारे रख महाराष्ट्र के हित में बड़ा सोचें: उद्धव ठाकरे की बागियों से अपील 

सावंतवाड़ी। शिवसेना(उबाठा) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को महा विकास आघाडी (एमवीए) के बागियों से अपील की कि वे अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को किनारे रख महाराष्ट्र के हित के लिए बड़ा सोचें।

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले शिवसेना (उबाठा) उम्मीदवार राजन तेली के लिए कोंकण क्षेत्र के तटीय शहर सावंतवाड़ी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि सीट बंटवारे पर बातचीत के दौरान खींचतान हो सकती है, लेकिन गठबंधन के घटक अंततः एकजुट रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस कुछ सीट चाहती थी और हम भी कुछ और सीट चाहते थे। लेकिन जब हमने राज्य के व्यापक हितों के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है तो हमें गठबंधन धर्म का पालन करना होगा।’’ 

ठाकरे ने कहा, ‘‘ हमारे सभी एमवीए सहयोगी ऐसा कर रहे हैं। मैं अभी भी मैदान में मौजूद (एमवीए) बागियों से अपील करना चाहता हूं कि वे ‘महाराष्ट्र-द्रोही’ तत्वों की मदद न करें।’’ शिवसेना (उबाठा) विपक्षी गठबंधन एमवीए में कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के साथ घटक है। सावंतवाड़ी निर्वाचन क्षेत्र में, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली प्रतिद्वंद्वी शिवसेना ने तेली के खिलाफ मंत्री दीपक कासरकर को मैदान में उतारा है। शिंदे सेना सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन का हिस्सा है। इस गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा उसकी सहयोगी हैं। 

ठाकरे ने शिंदे पर निशाना साधा और उन पर अगस्त में सिंधुदुर्ग जिले के मालवण तालुका स्थित रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के लिए समुद्री हवाओं को जिम्मेदार ठहराने का आरोप लगाया। ठाकरे ने कहा, ‘‘योद्धा राजा द्वारा निर्मित सिंधुदुर्ग किला कई शताब्दियों तक समुद्री हवाओं के बावजूद मजबूती से खड़ा है। जो लोग शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने के लिए समुद्री हवाओं को दोषी ठहराते हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए।’’ 

शिवसेना (उबाठा) के अध्यक्ष ने कहा कि जब वह 2019 में मुख्यमंत्री बने, तो सबसे पहला फैसला रायगढ़ किले का जीर्णोद्धार और कृषि ऋण माफ करने के लिए बजट आवंटित करने का किया। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ‘‘ईवीएम नहीं हैं’’। ठाकरे ने कहा, ‘‘अगर मेरी सरकार नहीं गिरी होती तो मैं फिर किसानों का ऋण माफ कर देता। लेकिन महायुति को महिलाओं और किसानों की याद लोकसभा चुनाव के बाद ही आई।’’ 

ठाकरे ने खेद जताया कि कोंकण के लोगों ने उनकी पार्टी को अपेक्षित समर्थन नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे एमवीए में विश्वास रखने की अपील करता हूं ताकि कोंकण को ​​समृद्धि के रास्ते पर ले जाया जा सके। जिस तरह मुंबई को अदाणी समूह को थाली में सजा कर दिया जा रहा है, उसी प्रकार कोंकण में कृषि भूमि और खदानें भी समूह को दी जा सकती हैं। हमें कोंकण की रक्षा करनी है।’’ 

ठाकरे ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘जिस तरह से बड़ी परियोजनाओं को महाराष्ट्र से गुजरात स्थानांतरित किया जा रहा है उसे देख लगता है कि महाराष्ट्र राज्य का सचिवालय मंत्रालय भी गुजरात स्थानातंरित किया जा सकता है।’’ महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में कोंकण के तहत 75 सीट आती हैं जिनमें से 36 सीट मुंबई महानगर की है। 

ये भी पढ़ें- इस बार झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा: पीएम मोदी