अलीगढ़: जज पर हमला...नहीं दिखी बोलेरो, नंबर प्लेट भी फर्जी निकला

अलीगढ़: जज पर हमला...नहीं दिखी बोलेरो, नंबर प्लेट भी फर्जी निकला

अलीगढ़, अमृत विचार: फर्रुखाबाद में तैनात विशेष न्यायाधीश (इसी एक्ट) को अलीगढ़ में हथियारों के बल पर घेरने की कोशिश करने के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पुलिस ने खैर थाना क्षेत्र में घटनास्थल तक लगे करीब डेढ़ सौ कैमरे को खंगाला। वहीं आरटीओ विभाग में भी जज द्वारा सौंपे गए गाड़ी के नंबर की भी जांच की। पुलिस जांच में सामने आया है कि न तो कहीं भी बोलेरो दिखी और न ही नंबर ही सही था। 

खेतेश्वर चौराहे से टप्पल इंटरचेंज तक हुई जांच
फर्रुखाबाद में तैनात विशेष न्यायाधीश (इसी एक्ट) डॉक्टर अनिल कुमार सिंह की 10 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पुलिस टीम  ने 11 नवंबर को हाइवे पर खेरेश्वर चौराहे से टप्पल इंटरचेंज तक करीब 18 किलोमीटर क्षेत्र में 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखा है। पुलिस जांच में सामने आया है कि न्यायाधीश ने मुकदमे में जिस सफेद बोलेरो का जिक्र किया है, वह कहीं भी दिखाई नहीं दी। अब पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि कहीं बदमाश गाड़ी को लेकर हाइवे से किसी लिंक रोड पर होकर चले गए हों।

नंबर प्लेट भी निकली फर्जी
जज अनिल कुमार सिंह ने दर्ज कराई एफआईआर में सफेद रंग की बोलेरो और उसके नंबर UP 81 7882 का भी जिक्र किया है। इसकी जांच के लिए पुलिस की एक टीम ने आरटीओ विभाग में नंबरों की जांच की। जांच में वह नंबर भी फर्जी निकला है।

29 अक्टूबर की थी घटना
न्यायाधीश डॉ. अनिल कुमार ने थाना खैर में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया था कि 29 अक्टूबर को वह नोएडा जा रहे थे। हाईवे पर जब वह खैर के गौमत चौराहे से निकले तो बदमाशों ने सफेद रंग की बोलेरो कार से उनका पीछा करना शुरू किया था। बदमाशों ने सोफा पुलिस चौकी तक पीछा किया था। बीच में जट्टारी कस्बा भी पड़ा। रास्ते में बदमाश असलहा दिखाकर उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश करते रहे।

उन्होंने सोफा पुलिस चौकी पर गाड़ी रोकी तो बदमाश अपनी कार खैर की ओर मोड़कर भाग गए। खैर से सोफा पुलिस चौकी की दूरी लगभग 12 किलोमीटर है। हो सकता है कि भागते समय बदमाश हाईवे छोड़कर गांवों के रास्ते होकर गए हों। अब पुलिस स्थानीय लोगों और राहगीरों से भी गाड़ी व घटना के संबंध में जानकारी करने की कोशिश कर रही है।

एसएसपी के पीआरओ को फोन पर दी थी सूचना
जज ने मुकदमे में कहा गया है कि जब बोलेरो उनका पीछा कर रही थी तो सबसे पहले सोफा पुलिस चौकी पर उन्होंने घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद एसएसपी के पीआरओ को भी बोलेरो कार के पीछा किए जाने की जानकारी दी थी।

सुंदर भाटी के गिरोह पर हमले की कोशिश का अंदेशा
कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी के गिरोह पर हमले की कोशिश करने का अंदेशा जताया गया है। कहा गया कि 2021 में उन्होंने सुंदर भाटी सहित गिरोह के सदस्यों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसका बदला लेने के लिए गिरोह ने उन पर हमले की कोशिश की। एक संभावना उन्होंने रोडरेज की भी जताई थी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि सुंदर भाटी गिरोह का कोई नेटवर्क तो अलीगढ़ में नहीं है। वहीं सुंदरभाटी 23 अक्तूबर को सोनभद्र जेल से रिहा हुआ है।

इस संबंध में एसपी देहात मुकेश चंद्र उत्तम का कहना है कि खेरेश्वर चौराहा से लेकर टप्पल इंटरचेंज तक सड़क किनारे लगे करीब 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए हैं। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कहीं भी संदिग्ध बोलेरो गाड़ी दिखाई नहीं पड़ी है। स्थानीय लोगों से भी इस बारे में जानकारी की जा रही है। संदिग्ध बोलेरो के नंबर वाली गाड़ियों की जानकारी आरटीओ कार्यालय से ली जा रही है। पूरे प्रकरण में क्राइम ब्रांच, एसओजी व थाने की दो टीमों सहित चार टीमें जुटी हुई हैं। जांच अभी जारी है।

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