कासगंज: गोकशी का मामला...किसान यूनियन और बजरंग दल आमने-सामने, होता रहा हंगामा

बजरंग दल के कार्यकर्ता की तहरीर के आधार पर दर्ज की गई एफआईआर

कासगंज: गोकशी का मामला...किसान यूनियन और बजरंग दल आमने-सामने, होता रहा हंगामा

सोरों जी, अमृत विचार। कासगंज में हुई गोकशी के मामले में हिंदू संगठनों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। कार्यकर्ता कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इधर पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया तो भारतीय किसान यूनियन स्वराज के कार्यकर्ता उनके पक्ष में पहुंच गए। उन्होंने हंगामा शुरू किया। सूचना मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए। फिर क्या था विवाद बढ़ता गया और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को थाने से हटना पड़ा। मामला तूल पकड़ गया तो जिले के कई थानों का फोर्स बुलाया गया। हालांकि, पुलिस ने मामले को शांत कर लिया। अज्ञातों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच आगे बढ़ा दी गई है।

मामला सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव अलीपुर बरवारा के समीप गंगा नदी पुल का है। यहां शनिवार को लोगों ने देखा कि धार के बीच टापू पर गोवंश के सिर पड़े हुए हैं। इसको लेकर सूचना पुलिस और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को दी गई। बजरंग दल के विभाग संयोजक अमरीश वशिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोश जताया। फिर मामले की जांच शुरू हो गई। शनिवार की देर रात मामला उस समय और तूल पकड़ गया जब पुलिस ने दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और उन्हें बचाने के लिए भारतीय किसान यूनियन स्वराज के कार्यकर्ता थाने पर हंगामा करने पहुंच गए। जब इस मामले की जानकारी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मिली तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित होकर थाने पर पहुंच गए। जमकर जय श्री राम के नारे लगाए। फिर पूरे जिले के कई थानों का फोर्स मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सोरों कोतवाली में तैनात कर दिया गया। सीओ सिटी आंचल चौहान ने कमान संभाली और भरोसा दिया कि जो भी आरोपी होगा उसको छोड़ नहीं जाएगा। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए किसान यूनियन के कार्यकर्ता धीमे-धीमे वहां से हट गए। रात लगभग 11 बजे तक यहां विवाद होता रहा। रविवार को पुलिस ने अज्ञातों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

आखिर कहां हैं हिरासत में लिए गए आरोपी
सवाल उठ रहा है कि हिरासत में जो आरोपी लिए गए थे उनका तो कहीं कोई जिक्र नहीं है। क्या किसान यूनियन के दबाव में उन्हें छोड़ दिया गया या फिर पुलिस जांच के बाद उन पर कार्रवाई करेगी। जो भी हो लेकिन मामला फिलहाल गर्म है।

जांच के लिए लगाई गई हैं टीमें
सीओ सिटी आंचल चौहान ने बताया कि किसान यूनियन और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में आक्रोश था। दोनों अपना पक्ष रख रहे थे। अज्ञातों के विरुद्ध एफआईआर हुई है। जांच के लिए टीम लगी हुई है। 

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