धोखाधड़ी का खेल : मदरसा प्रिंसिपल और मैनेजर पर रिटायर्ड टीचर से धोखाधड़ी का आरोप
डीएम ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को सौंपी जांच
बाराबंकी, अमृत विचार : सूरतगंज के मदरसा रज्जाकिया नूरुल उलूम के प्रिंसिपल और मैनेजर ने रिटायर्ड टीचर से धोखाधड़ी कर डेढ़ लाख रूपये हड़प लिए। पीड़ित ने मामले की शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार से की। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मामला तहसील रामनगर के सूरतगंज कस्बे का है। सूरतगंज निवासी मो. इदरीश मदरसा रज्जकिया नुरुल उलूम के रिटायर्ड टीचर हैं। इनके अनुसार साल 2020 में रिटायर होने पर जीपीएफ का 13 लाख रूपये मिला था। इस दौरान मदरसा के प्रिंसिपल मोहय्यादीन व मैनेजर मो. युसूफ ने रिटायर्ड टीचर से मदरसा परिसर में पिता की याद में एक कमरा बनवाने का झांसा देकर डेढ़ लाख रूपये ले लिए। मदरसा प्रशासन ने टीचर से दान में ली गई रकम की न तो रसीद दी और न ही मदरसा में कमरा का निर्माण कराया। इस पर पीड़ित टीचर ने मदरसा प्रशासन से रूपये वापस मांगे, तो प्रिंसिपल व मैनेजर ने कहा कि जीपीएफ से जो पैसे निकाले गए थे, उसी का वह सुविधा शुल्क है।
पीड़ित टीचर की मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज भी वापस नहीं दिए जा रहे हैं। पीड़ित ने संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर लिखित शिकायत की है। डीएम सत्येंद्र कुमार से मामले की जांच जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को सौंपी है। इस संबंध में मदरसे के मैनेजर एवं प्रधानाचार्य का पक्ष जानने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका। वहीं जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बालेन्दु द्विवेदी ने बताया कि मामले की सुनवाई के लिये नोटिस जारी की गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आयेंगे, उसके मताबिक कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें- Lucknow News : दो मिनट में तुम्हारी प्रधानी निकाल भेज दूंगा जेल...