अलीगढ़: बच्चा सूखने का डर दिखाकर किया गर्भवती का ऑपरेशन, नवजात की मौत

अलीगढ़: बच्चा सूखने का डर दिखाकर किया गर्भवती का ऑपरेशन, नवजात की मौत
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अलीगढ़, अमृत विचार: अलीगढ़ के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल की डॉक्टर ने बच्चा सूखने का डर दिखाकर समय से पहले ही महिला का ऑपरेशन कर दिया। बाद में नवजात की तबियत खराब होने पर अस्पताल प्रबंघन ने उसे परिजनों को सौंपते हुए अस्पताल से ही निकाल लिया। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा एंबुलेंस की व्यवस्था न करने पर नवजात को बाइक से अलीगढ़ के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है। 

सरकारी अस्पताल में चल रहा था महिला का उपचार
थाना हरदुआगंज के गांव छिड़ावली निवासी सनी चौहान ने बताया कि उसकी पत्नी शिवासी करीब आठ महीने की गर्भवती थी। उसकी इलाज हरदुआगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा था। उन्होंने बताया कि दो नवंबर को उनकी पत्नी के अचानक पेट में दर्द शुरू हो गया। इस पर वह पत्नी को सीएचसी लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड कराकर लाने की बात कही। सनी का कहना है कि इस दौरान उनके साथ गांव ही ही आशा रजनी देवी थी। इसीलिए रजनी देवी के कहने पर वह बैरामगढ़ी पर स्थित आशा हॉस्पिटल पर पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराने ले गए। 

बच्चे का वजन कम कहकर सूखने का खतरा बताया
जिलाधिकारी से की शिकायत में सनी ने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड कर रही महिला चिकित्सक ने बताया कि पानी की कमी के कारण बच्चा पेट में सूख रहा है, इसीलिए उसका वजन भी बहुत कम है। अगर इसका ऑपरेशन नहीं किया गया तो जच्चा और बच्चा दोनों की जान को खतरा हो जाएगा। पीडि़त का आरोप है कि समय पूरा न होने पर डॉक्टर ने जान का खतरा बताते हुए ऑपरेशन की बात कही। इस पर साथ में मौजूद आशा ने भी सहमति जता दी।

बच्चे की तबियत बिगड़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने भगाए परिजन
सनी का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद उसके नवजात बेटे की तबीयत खराब हो गई। इस पर अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने सुविधा न होने की बात कहते हुए नवजात कहीं और लेकर जाने की बात की। आरोप है कि जब यह कहा गया कि सुविधा नहीं थी तो ऑपरेशन ही क्यों कर दिया, इस पर अस्पताल के स्टॉफ ने अभद्रता करते हुए बच्चा उनकी गोद में रख दिया और डिस्चार्ज कर अस्पताल से जाने के लिए कह दिया।

70 हजार लेने के बाद भी नहीं दी एबुंलेंस, बाइक से नवजात को लेकर दौड़ा पिता
पीड़ित का आरोप है कि जच्चा और बच्चा बचाने के लिए ऑपरेशन के नाम पर अस्पताल ने उससे करीब 70 हजार रुपये ले लिए। इसके बाद भी नवजात की तबीयत खराब होने पर उसे वहां से जाने के लिए कह दिया। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उसे रेफर करते समय एंबुलेंस भी मुहैया नहीं कराई। इस पर आननफानन वह नवजात को बाइक से ही करीब 20 किलोमीटर दूर शहर के अस्पताल में लेकर पहुंचा। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

एसीएमओ बोले कराई जाएगी जांच
इस संबंध में एसीएमओ का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। अस्पताल प्रबंधन से समस्त दस्तावेज लेकर मामले की जांच कराई जाएगी।

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