लखीमपुर खीरी: पांचवें दिन खुले बैंक तो नेपाल सीमा पर सर्तक पुलिस ने की चेकिंग
तिकुनिया कोतवाल ने बेवजह खड़े मिले लोगों को लगाई फटकार
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। दीपावली के चलते लगातार चार दिन बंद रहे तमाम बैंक सोमवार को खुले। इससे बैंकों में काफी भीड़ भाड़ रही। कोई अप्रिय घटना न हो। इसको लेकर पुलिस चौकस रही। भारत-नेपाल सीमा पर कोतवाली तिकुनिया पुलिस ने खास सतर्कता बरतते हुए बैंकों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बैंकों में बेवजह खड़े लोगों को कड़ी हिदायत दी। साथ ही ग्राहकों को बाइकों को लॉक कर खड़ी करने की चेतावनी दी।
त्योहारों को लेकर पिछले चार दिनों से सभी बैंकों में अवकाश चल रहा था। अवकाश समाप्त होने के बाद सोमवार को सभी बैंक खुल गए। इससे लेनदेन करने वाले ग्राहकों की बैंकों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। किसी ने अपने खाते में रुपये जमा किए तो किसी ने रुपये खाते से निकाले। पांचवे दिन बैंक खुलने पर भारत-नेपाल सीमा पर तिकुनिया पुलिस सतर्क रही। प्रभारी निरीक्षक तिकुनिया अमित सिंह भदौरिया ने कस्बे के इंडियन बैंक, एसबीआई, जिला सहकारी बैंक समेत अन्य बैंक शाखाओं का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बैंक में मौजूद संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। उनकी पासबुक भी चेक की। बेवजह बैंकों में खड़े मिले कुछ लोगों को कड़ी फटकार लगाई और उन्हें बैंक से बाहर का रास्ता दिखाया। प्रभारी निरीक्षक ने बैंक के बाहर खड़ी बाइकों को भी चेक किया। बिना लॉक बाइक खड़ी मिलने पर बाइक स्वामियों को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही लॉक कर बाइक खड़ी करने के निर्देश दिए। उधर बेलरायां चौकी प्रभारी अभिषेक यादव ने सिपाहियों के साथ जिला सहकारी बैंक पहुंचे। उन्होंने वहां संदिग्ध मिले लोगों से पूछताछ की। उनकी आईडी और बैंक पासबुक देखी। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि अवकाश के बाद बैंक खुली थीं। सुरक्षा की दृष्टि से बैंकों की चेकिंग की गई है।
आर्यावर्त बैंक में नेटवर्क खराब, खाताधारक परेशान
आर्यावर्त बैंक की शाखा भल्लिया बुजुर्ग में दीपावली की चार दिन की छुट्टियों के बाद खुली, जिसमें नेटवर्क न होने के कारण ग्राहक परेशान होकर भटकते दिखे। खाताधारकों का कहना है कि बैंक में नेटवर्क को लेकर आए दिन समस्या बनी रहती है। दूर दराज से आईं महिलाओं ने काफी रोष भी जताया। वहीं कई ग्राहकों ने बैंक मैनेजमेंट पर भी सवाल खड़े किये, बताया कि बैंक में कार्य धीमी गति से किये जाते हैं, जिस कारण ग्राहकों को इधर उधर भटकते देखा जा सकता है। बैंक में ग्राहकों की सुविधाओं के बारे में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्राहकों का घंटों बाद लेन देन करने वाली बैंक में कुर्सियों की भी कमी है। दर्जनों महिलाएं बैंक के बाहर जमीन में बैठी दिखीं। महिलाओं ने बताया कि सुबह से खड़े हैं, दोपहर हो गई है बैंक वाले कभी कहते हैं कि रुपये नहीं हैं, कभी कहते हैं नेटवर्क नहीं। कारण जो भी हो खाताधारकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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