बरेली: धंतिया के बाद रिछा से चल रहा साइबर ठगी का धंधा
लोन दिलाने के नाम पर युवक से पासबुक और डेबिट कार्ड लिया
बरेली, अमृत विचार। धंतिया के बाद कस्बा रिछा से भी जालसाज साइबर ठगी का धंधा चला रहे हैं। 20 दिन में एक खाते से 1.50 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन करने का मामला प्रकाश में आया है। जालसाजों ने बैंक से लोन दिलाने के नाम पर युवक से पासबुक, डेबिट कार्ड व अन्य दस्तावेज ले लिए थे। जब युवक बैंक गया तो भेद खुला। मामले में खाता धारक ने आरोपियों के खिलाफ साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अब आरोपी पीड़ित पर समझौते का दबाव बना रहे हैं। रास्ते में घेरकर धमका रहे हैं।
देवरनियां थाना क्षेत्र के कस्बा रिछा के मोहल्ला मस्तान वार्ड सात निवासी मुमताज के मुताबिक उनके पड़ोसी साहिब खां, आकिब खां और दिलशाद उनके पास आए और कहा कि तुम्हारी आर्थिक स्थिति सही नहीं है। बैंक से कर्ज ले लो। पांच लाख रुपये की सब्सिडी भी मिलेगी। पड़ोसी होने के कारण वह उनकी बातों में आ गए। उन्होंने बताया कि 16 जून को तीनों दोबारा घर आए और बैंक पासबुक और एटीएम मांगा। भरोसा करके उन्होंने आरोपियों को इल्मा ट्रेडर्स के नाम से बैंक खाता नंबर, पास बुक, डेबिट कार्ड, चेकबुक, कारपोरेट और ईमेल आईडी और खाते से लिंक मोबाइल नंबर का सिम दे दिया । आरोपियों ने सादा कागज पर हस्ताक्षर कराकर तीन फोटो ले लिए। कुछ दिन बाद साहिब खां ने बैंक से क्यूआर कोड लाने को कहा। 29 अगस्त को जब वह बैंक पहुंचे तो शाखा प्रबंधक ने बताया कि उनके खाते से 1.50 करोड़ रुपये का ट्रांजक्शन हुआ है। इस पर उन्होंने देवरनियां पुलिस से शिकायत की, मगर कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने एसएसपी को शिकायती पत्र दिया। उनके निर्देश पर साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई।
ट्रांजक्शन देख चौंक गए मुमताज
मुमताज अली के अनुसार जब वह रिछा स्थित बैंक पहुंचे तो शाखा प्रबंधक ने खाता देखकर बताया कि उनके खाते से चंद दिन में 1.50 करोड़ रुपये का ट्रांजक्शन हुआ है। इतनी रकम कहां से आई। इस पर मुमताज चौंक गए। उन्होंने समझ लिया कि आरोपियों ने कर्ज दिलाने का झांसा देकर उनके खाता का इस्तेमाल साइबर ठगी में किया है।