खटीमा: चोरी और सम्मोहित कर जेवर उड़ाने वाले पुलिस की गिरफ्त से बाहर
खटीमा, अमृत विचार। माह अगस्त 2024 में एक के बाद एक कई चोरियों एवं सम्मोहित कर जेवर खोल ले जाने के मामलों का पुलिस पता नहीं लगा सकी है। चोर–उचक्कों को मित्र पुलिस का कोई खौफ नहीं है। चोरियों के पर्दाफाश के नाम पर पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगालने तक ही सीमित रही है। सम्मोहित करने वाले गिरोह ने उस परिवार को भी चुनौती दे डाली जिनके परिवार के तीन सदस्य उत्तराखंड मित्र पुलिस महकमे में तैनात हैं। लेकिन खुलासे के नाम पर घटना की फाइलें धूल फांक रही हैं।
वर्ष 2023 में 19 जुलाई को बिगराबाग निवासी विमला गहतोड़ी का मंगलसूत्र सम्मोहित कर खोल लिया गया। संदिग्धों का गांव के युवाओं ने दूर तक पीछा भी किया। लेकिन नगर की तंग गलियों की भीड़ में अपराधी भाग निकले। बाद में हुई पुलिस कार्यवाही सीसीटीवी फुटेज तक ही सीमित रही। पीड़ित महिला के मन व मस्तिष्क में आज भी अपराधियों की शकल घूमती है।
अगस्त 2024 के प्रथम सप्ताह में चारुबेटा कॉलोनी निवासी भूपाल सिंह बिष्ट के आवास के ऊपरी मंजिल की खिड़की का शीशा तोड़कर चोर अंदर घुसे और मैन गेट नहीं खुलने के कारण उसी रास्ते से बहार निकले। यहां से चोर 10 हजार की नगदी 8 तोला सोना लेकर चले गए।
इस मामले में पुलिस ने कई बार परिजनों से पूछताछ की सीसीटीवी कैमरे खंगाले लेकिन परिणाम शून्य रहा। इस दौरान 4 सितंबर 2024 दोपहर उपरांत बाजार खरीददारी करने निकली पूर्व प्रधानाध्यापिका कृष्णा नेगी के कान के कुंडल व मंगलसूत्र खुलवा लिया।
पीड़िता को एक महिला व उसके साथ के बच्चों ने बातों में उलझाया और दो अन्य लोगों ने प्रभाव में लेकर सरेआम जेवर उतरवा लिए। पुलिस ने इस मामले में भी पीड़िता से काफी पूछताछ की और सीसीटीवी कैमरे खंगाले लेकिन महीनों गुजरने के बाद भी पुलिस खाली हाथ रही है।
घटना के दौरान पुलिस पीड़िता को भरोसा दिलाती रही कि मामला खुलासे के करीब है। चोरियों के मामले के खुलासे के सवाल पर कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि पुलिस अपराधियों के करीब है। इन मामलों का शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा। पुलिस इसके साथ ही अपराधों में विराम लगाने का भी पूरा प्रयास कर रही है। रात्रि गश्त बढ़ा दी गई है।
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