बदायूं: बुराई पर हुई अच्छाई की जीत, श्रीराम ने किया रावण दहन...मैदान में उमड़ा जनसैलाब
शहर में निकाली गई विजय यात्रा, जगह-जगह किया गया स्वागत

बदायूं, अमृत विचार। असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी शनिवार को जनपद भर में धूमधाम से मनाया गया। शहर से लेकर देहात क्षेत्र में रावण दहन को लेकर लोगों में काफी उत्साह रहा। श्रीराम के बाण से अहंकारी रावण का वध होते ही वातावरण में जय श्रीराम के जयकारे गूंजने लगे। श्रीराम का उद्घोष होने पर वातावरण राममय हो गया। वहीं रावण वध के साक्षी सदर विधायक महेश गुप्ता, डीएम निधि श्रीवास्तव, एसएसपी डॉ बृजेश कुमार सिंह, एडीएम प्रशासन अरुण कुमार बने। दशहरे पर लगे मेलों में काफी भीड़ पहुंची। लोगों ने जमकर खरीदारी की।
श्री रामलीला महोत्सव कमेटी के तत्वावधान में गांधी ग्राउंड पर दशहरा के अवसर पर पुतला दहन कार्यक्रम हुआ, जिसे देखने के लिए शाम से ही यहां लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। पुतला दहन के समय रामलीला मैदान पर पैर रखने को भी जगह नहीं बची थी। शाम साढ़े छह बजे रामलीला का मंचन मेला परिसर में शुरू हुआ। भगवान राम और रावण की सेना आमने सामने युद्ध के लिए तैयार थीं। प्रभु राम ने विभीषण को एक बार फिर रावण को समझाने के लिए भेजा, लेकिन रावण ने माता सीता को लौटाने से इंकार कर दिया। इसके बाद भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान को मेघनाथ से युद्ध के लिए भेजते हैं। रणभूमि में मेघनाद और लक्ष्मण का भीषण युद्ध होता है। घनघोर युद्ध के बाद लक्ष्मण मेघनाद का वध कर देते हैं। रावण को जब मेघनाद की मृत्यु का समाचार मिला तो वह क्रोधित होकर रणभूमि में पहुंच जाता है।
इसके बाद भगवान राम और रावण का भीषण युद्ध होता है। रावण अपनी माया से भगवान राम का ध्यान भटकाना चाहता है, लेकिन प्रभुराम उसकी हर माया का खंडन कर देते हैं। इसके बाद विभीषण के कहने पर प्रभु राम ने रावण की नाभि पर वार किया। श्री राम के द्वारा छोड़े गए बाण ने रावण के प्राण हर लिए। रावण का वध होते ही भगवान राम के जयकारे गूंजने लगे। रावण के वध के बाद मेला परिसर में लगे मेघनाद और रावण के पुतलों का दहन किया गया। पुतला दहन के बाद आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया। आसमान रंग बिरंगी आतिशबाजी से चमकने लगा, जिसे देखने वाले मंत्रमुग्ध हो गए।
रावण की अस्थियों की हुई लूट
विजयादशमी पर्व पर रावण दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहर और ग्रामीण क्षेत्र के लोग रामलीला मैदान में पहुंचे। श्री राम द्वारा रावण, मेघनाद और कुंभकरण का वध किया। इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों की भीड़ रावण की अस्थियां लेने के लिए दौड़ पड़े। भीड़ बैरिकेडिंग तोड़कर उस स्थान पर पहुंच गई। जहां रावण के पुतले को जलाया गया था। इस दौरान पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। जिससे वहां पर भगदड़ मच गई।
ड्रोन से हुई मेला की निगरानी
शनिवार को गांधी ग्राउंड मैदान पर रावण वध लीला का मंचन हुआ। रावण वध देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ जुटी। इसके लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। मेला कमेटी अध्यक्ष अरविंद कांत ने बताया कि दशहरा पर्व पर हजारों की संख्या में लोग रामलीला मैदान पर पहुंचे थे। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे मेला की ड्रोन से निगरानी की गई। आतिशबाजी के दौरान कोई हादसा न होने पर इसके लिए सतर्कता बरती गई।
कस्बे में मनाया गया दशहरा पर्व
दातागंज, अमृत विचार : नगर एवं ग्रामीण इलाकों में बुराई से अच्छाई की विजय का दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया ।सुबह से साफ - सफाई के बाद प्रभु श्रीराम की पूजा - अर्चना की ।वही श्रीराम के विजय की खुशी मनाई गई ।क्षत्रियो ने शस्त्र एवं व्यापारियों ने खाता बही का पूजन किया ।
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