हल्द्वानी: काठगोदाम नई बस्ती में डेंगू से महिला की मौत, मृतका के परिवार वाले भी डेंगू से पीड़ित

हल्द्वानी: काठगोदाम नई बस्ती में डेंगू से महिला की मौत, मृतका के परिवार वाले भी डेंगू से पीड़ित

हल्द्वानी, अमृत विचार। काठगोदाम स्थित नई बस्ती क्षेत्र में डेंगू से एक महिला की मौत का मामला सामने आया है। जिले में इस वर्ष डेंगू से मौत का यह पहला मामला है। मृतका की बेटी भी डेंगू से पीड़ित है। वहीं मृतका का पति और बेटा भी बुखार से पीड़ित हैं। जिनकी एलाइजा जांच के लिए सैंपल भेजे गये हैं।

48 वर्षीय महिला को बार-बार बुखार आने की शिकायत पर उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। हालत बिगड़ने पर पांच अक्टूबर को महिला को डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में भर्ती कराया गया।

महिला की प्लेटलेट्स लगातार नीचे गिर रही थी और बुखार उतरने का नाम नहीं ले रहा था। महिला को वेंटिलेटर में भर्ती किया गया और एलाइजा टेस्ट कराया। बीती सात अक्टूबर को महिला ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस बीच एलाइजा रिपोर्ट न आने की वजह से अस्पताल प्रशासन ने डेंगू से मौत दर्ज नहीं की। 10 अक्टूबर को एलाइजा रिपोर्ट आई, जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई। 

बताया जाता है कि मृतका की बेटी एसटीएच में स्टाफ नर्स है और वह भी डेंगू से पीड़ित है। उपचार के दौरान उसकी प्लेटलेट्स लगातार गिर रही थीं, जिस पर उसे प्लेटलेट्स चढ़ाई गईं। वहीं मृतका का पति और बेटा भी बुखार से पीड़ित हैं। दोनों के ब्लड सैंपल एलाइजा जांच के लिए लैब भेजे गये हैं। इधर, मृतका के अंतिम संस्कार के लिए बेटे को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि मृतक महिला की बेटी की हालत में पहले से काफी सुधार है। अस्पताल में भर्ती डेंगू के मरीजों का प्राथमिकता से इलाज हो रहा है।

दो दिन में सात मामले आये
जनपद में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले दो दिनों में डेंगू के करीब सात मामले सामने आये हैं। बीते गुरुवार को हल्द्वानी में डेंगू के चार मरीज मिले थे। इनमें एक मरीज बेस अस्पताल तथा तीन मरीज निजी अस्पतालों की ओपीडी में आये थे। वहीं शुक्रवार को डेंगू के तीन नये मरीज मिले हैं। अक्टूबर माह में अभी तक 17 मामले सामने आ चुके हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश पंत ने बताया कि जिन स्थानीय लोगों में डेंगू की पुष्टि हो रही है, उनके घर और आसपास के क्षेत्र में सर्वे किया जा रहा है। साथ ही शहर में अन्य स्थानों पर नगर निगम  के साथ मिलकर फॉगिंग की जा रही है। जिले में इस वर्ष डेंगू के मिले मरीजों में ज्यादातर बाहरी जिलों से आये हैं।

वायरल बुखार की चपेट में लोग
बदलते मौसम में लोग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ गई है। निमोनिया, सर्दी-खांसी, बुखार और जुकाम के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। बेस अस्पताल की फिजिशियन ओपीडी में एक दिन में 200 मरीज पहुंच रहे हैं। यही हाल डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल का भी है। बेस अस्पताल के पीएमएस डॉ. केके पांडे ने बताया कि मौसम में बदलाव की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। एसी में रहना, ठंडे पदार्थों का सेवन करना शरीर को बीमार कर रहा है। लोगों को दिनचर्या पर ध्यान देने की जरूरत है।

स्वाइन फ्लू के संदिग्ध रोगी की रिपोर्ट निगेटिव
स्वाइन फ्लू टाइप ए के एक संदिग्ध रोगी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह रोगी वन विभाग का कमी है और दूसरे राज्य में प्रशिक्षण के लिए सिंतबर माह में गया था। दूसरे राज्य के दौरे पर गये वन कर्मियों के एक ग्रुप के चार लोग स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आये थे। उस ग्रुप के एक रोगी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। फिलहाल एसटीएच में स्वाइन फ्लू का कोई मरीज भर्ती नहीं है।

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