IAS Officer: बिहार नहीं UP देता है देश को सबसे ज्यादा आईएएस, तीसरे स्थान पर है यह प्रदेश

फरवरी 2024 में उप्र. ने कुल 652 आईएएस अधिकारी दिए, जिसमें से 548 कार्यरत हैं

IAS Officer: बिहार नहीं UP देता है देश को सबसे ज्यादा आईएएस, तीसरे स्थान पर है यह प्रदेश

लखनऊ, अमृत विचार। आमतौर पर लोंगों समझना है कि बिहार के लोग सबसे ज्यादा सिविल सर्विस परीक्षा पास करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। देश को सबसे अधिक आईएएस देने वाले राज्यों की सूची में योगी के उत्तर प्रदेश का नाम नंबर वन पर है। फरवरी 2024 में उत्तर प्रदेश ने अब तक कुल 652 आईएएस अधिकारी दिए हैं, जिसमें से 548 कार्यरत है।

दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल सिविल सर्विस परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यह परीक्षा लगभग एक साल चलती है। पहले प्री परीक्षा होती है, फिर मेंस और अंत में इंटरव्यू। सीएसई मेंस और इंटरव्यू के आधार पर उम्मीदवारों को सफल घोषित किया जाता है। यूपीएससी की यह परीक्षा देश की ही नहीं दुनिया की कठिनतम परीक्षाओं में से एक है।

इसके बावजूद देश के लाखों नौजवान हर साल यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में बैठते हैं, क्योंकि उनका सपना आईएएस और आईपीएस बन देश की सेवा करना होता है। चूंकि यूपीएससी द्वारा यह वैकेंसी हजार का आंकड़ा पास कर पाती है, इसलिए लाखों में से कुछ भाग्यशाली उम्मीदवारों के ही आईएएस और आईपीएस बनने का सपना पूरा हो पाता है। 

उप्र. में इस प्रशासनिक सेवा की तरफ लोगों का रुझान इस कदर है कि लोग बच्चों को कलेक्टर बनने का आशीर्वाद देते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि एक तो यहां लोंगों में इस नौकरी को लेकर प्राथमिकता मजबूत है और दूसरा उप्र. के कई जिलों जैसे प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ आदि में कई प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान भी हैं, जो यूपीएससी की तैयारी के लिए जाने जाते हैं।

उत्तर प्रदेश के बाद आईएएस और आईपीएस देने की सूची में दूसरा स्थान बिहार राज्य का है। आईआईटी और नीट के साथ बिहार के काफी लोगों का सपना यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने का होता है। बिहार की राजधानी पटना को यूपीएससी कोचिंग का गढ़ कहा जाता है। इसके बाद तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश और चौथे नंबर में महाराष्ट्र का नाम शामिल है। इसके अलावा सूची में राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के साथ नॉर्थ ईस्ट के राज्य शामिल हैं।

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