Health Tips: इन वजहों से लोगों का दिल हो रहा कमजोर...डॉक्टरों ने दी खूब पैदल चलने की सलाह

Health Tips: इन वजहों से लोगों का दिल हो रहा कमजोर...डॉक्टरों ने दी खूब पैदल चलने की सलाह

कानपुर, अमृत विचार। देश में 27 फीसदी से अधिक मौतों के लिए हृदय रोग जिम्मेदार है। गतिहीन जीवनशैली, खराब आहार और तनाव के बढ़ते स्तर के कारण युवा तक दिल के दौरे का शिकार हो रहे हैं। नियमित व्यायाम, संतुलित पोषण व समय पर जांच से बचाव हो सकता है। यह जानकारी रीजेंसी हेल्थ के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिनीत गुप्ता ने वॉकथॉन में दी। 

विश्व हृदय दिवस पर हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए रविवार सुबह रीजेंसी हेल्थ ने वॉकथॉन का आयोजन किया। 'करो दिल से दोस्ती वॉक फॉर ए हेल्दी हार्ट' के तहत जागरूकता बढ़ाने के लिए ग्रीन पार्क स्टेडियम में चार किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा निकाली गई। यात्रा में शामिल  1500 प्रतिभागियों को टी-शर्ट, पदक देने के साथ जलपान कराया गया। 

रीजेंसी हेल्थ के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ  डॉ. हर्ष अग्रवाल ने बताया कि दिल की बीमारी से निपटने के लिए पैदल चलना सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। वॉकथॉन के माध्यम से लोगों को जीवन में नियमित शारीरिक गतिविधि को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। 

सीएमएस व वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि दिल की बीमारी में लिपिड प्रोफाइल, मधुमेह जांच जैसे नियमित परीक्षण और बीएमआई मूल्यांकन महत्वपूर्ण है, लेकिन कैल्शियम स्कोर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय आंकड़ों के मुताबिक 2022 में दिल के दौरे के मामलों में 12.5 फीसदी की चिंताजनक वृद्धि हुई है। यह विशेष रूप से 25 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए चिंताजनक है। इस दौरान एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह, श्रम आयुक्त सौम्या सिंह, संयुक्त पुलिस आयुक्त हरीश चंदर मौजूद रहे। 

हृदय रोग के संकेत व लक्षण समझना जरूरी 

रीजेंसी हेल्थ में डॉ. सईद अख्तर ने बताया कि हृदय रोग के संकेत और लक्षण समझना काफी महत्वपूर्ण है। वॉकथॉन के माध्यम से रीजेंसी ने लोगों को यह याद दिलाया है कि नियमित रूप से चलने से हृदय स्वास्थ्य में गहरा अंतर आ सकता है। डॉ. शशांक त्रिपाठी ने बताया कि कोरोनरी धमनी रोग भारत में हृदय से संबंधित मौतों का प्रमुख कारण है।

यह भी पढ़ें- Kanpur: गड्ढों में सड़क खोजिए और संभलकर चलिए...नगर निगम खस्ताहाल सड़कों पर तेजी से मरहम लगाने में विफल, कराह रही जनता

 

ताजा समाचार