UP Board से जुड़ी बड़ा खबर: 80 से कम छात्र संख्या वाले कालेज नहीं बनेगे परीक्षा केंद्र, जांच के बाद होगी छंटनी

अब तक ऑनलाइन 220 आवेदन आए, जांच के बाद होगी छंटनी

UP Board से जुड़ी बड़ा खबर: 80 से कम छात्र संख्या वाले कालेज नहीं बनेगे परीक्षा केंद्र, जांच के बाद होगी छंटनी

अयोध्या, अमृत विचार। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा तैयारी और परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया तेज हो गई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार साफ कर दिया है कि 80 छात्रों से कम संख्या वाले कालेजों को कदापि परीक्षा केंद्रों नहीं बनाया जाएगा। इतना ही नहीं गत वर्ष परीक्षा के दौरान संदिग्ध पाए गए 45 कालेज पहले ही परीक्षा केंद्र के दायरे से बाहर कर दिए गए हैं। इसे लेकर वित्त विहीन कालेजों के प्रबंधकों में खासी खलबली मची हुई है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को लेकर लगातार गाइड लाइन जारी की जा रही है। परीक्षा में नकल रोकने और नकल माफियाओं पर लगाम लगान के लिए कम छात्रों वाले इंटर और हाईस्कूल के कालेजों को पहले ही बाहर किया जा रहा है। परिषद की ओर से जारी आदेश के तहत जिन कालेजों के यहां पर्याप्त मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, सीसीटीवी, वायस रिकार्डर, संसाधन और शिक्षकों की कमी है उन्हें भी परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जायेगा। खास कर ऐसे वित्त विहीन कालेज जो गत वर्षों में परीक्षा केंद्र रह चुके हैं उन्हें दुबारा परीक्षा केंद्र नहीं बनाय जाएगा।

बता दें कि जिले में 366 वित्त विहीन कालेज संचालित हो रहे हैं जिनमें इस बार बमुश्किल दस कालेज ही परीक्षा केंद्र बनाए जाने की श्रेणी में आ रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी आदेश के तहत इस बार राजकीय इंटर कॉलेजों की व्यवस्था को भी परखा जाए गत वर्ष इन कालेजों द्वारा भी परीक्षा में सीसीटीवी मामले में लापरवाही पाई गई है जिसके कारण जिले के 22 राजकीय इण्टर कालेजों की विशेष समिति जांच करेगी जिसमें जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला प्रशासन का कोई राजपत्रित अधिकारी भी शामिल होगा। 

अभी तक जिले में 220 आवेदन आनलाइन आए हैं जिनकी स्कूटनी चल रही है। परीक्षा केंद्र निर्धारण से पहले जियो लोकेशन ट्रेसिंग भी तय की जानी है जिसके लिए सभी तहसीलों में एसडीएम की निगरानी में बनी समिति मौका मुआयना करेगी। नकल माफिया पर रोक लगाने के लिए अबकी सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, वायस रिकार्डर के साथ नाइट विजन कैमरे लगाए जाने का पहले ही आदेश दिया जा चुका है। 

जिसके चलते 40 फिसदी कालेज पहले ही परीक्षा केंद्र की दौड़ से बाहर हो चुके हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार परीक्षा केंद्रों केे निर्धारण को लेकर कोई पैरवी नहीं चलने वाली है। बता दे कि गत वर्ष एक कालेज को केन्द्र बनाए जाने को लेकर बोर्ड परीक्षा प्रभारी के साथ एक शिक्षक संघ द्वारा मारपीट आदि का मामला भी हो चुका है।

अभी परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रकिया चल रही है। तमाम औपचारिकता के बाद अक्टूबर तक निर्धारण फाइनल होगा। बोर्ड द्वारा निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार ही परीक्षा केंद्र बनाए जायेगे..., डाॅ पवन कुमार तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक।

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