गोंडा: परिषद को नहीं भेजी जा सकी 250 शिक्षकों की पुरानी पेंशन पत्रावली, BSA से मिले शिक्षक
जांच कमेटी पर जानबूझकर पत्रावली लटकाने का आरोप
गोंडा, अमृत विचार। पुरानी पेंशन पाने के लिए शिक्षकों से मांगी गयी विकल्प पत्र की पत्रावली पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अडंगा लगा दिया है। जांच अफसरों की शिथिलता से पत्रावली अटकी हुई है और उसे बेसिक शिक्षा परिषद नहीं भेजा जा सका है। शनिवार को बिशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष आजाद बेग के नेतृत्व में शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और पत्रावली की जांच के लिए बनाई गई कमेटी पर जानबूझकर विलंब करने का आरोप लगाया। शिक्षकों ने पुरानी पेंशन पत्रावली परिषद को भेजे जाने की मांग की है। बीएसए ने 2 अक्टूबर के पहले पत्रावली शासन को भेजे जाने का भरोसा दिलाया है।
बिशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष आजाद बेग ने बताया कि राज्य सरकार ने वर्ष 2005 से पहले नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों को पुरानी पेंशन देने कि घोषणा की है।इसके लिए शिक्षको से विकल्प पत्र मांगा गया था। इस अवधि से पहले नियुक्त पाने वाले करीब 250 शिक्षकों ने अपना विकल्प पत्र भरकर बीएसए कार्यालय को उपलब्ध करा दिया था। विकल्प पत्र भरने वाले शिक्षकों में बीटीसी वर्ष 2001, बीटीसी वर्ष 2004, विशिष्ट बीटीसी 2004 व विबीटीसी उर्दू के तहत नियुक्ति पाने वाले शिक्षक शामिल हैं। इसकी जांच के लिए बीएसए की तरफ से तीन खंड शिक्षा अधिकारियों की जांच समिति बनाई गई है। जांच समिति में खंड शिक्षा अधिकारी कोमल यादव रियाज अहमद व उपेंद्र त्रिपाठी को शामिल किया गया है।
आजाद बेग का कहना है कि जांच समिति के अधिकारी वर्ष 2004 में भर्ती हुए शिक्षकों से उनके नियुक्ति के संबंध में जारी किए गए विज्ञापन की प्रति मांग रहे हैं, जबकि बीटीसी की भर्ती में नियुक्ति से संबंधित विज्ञापन जारी करने का नियम नहीं था। प्रशिक्षण के लिए जारी किए गए विज्ञापन को ही नियुक्ति का विज्ञापन माना जाता था, परंतु अधिकारी इसे मानने के लिए तैयार नहीं हैं। जांच टीम के अधिकारियों की मनमानी से शिक्षकों के विकल्प पत्र की पत्रावली अटकी हुई है। शनिवार को आजाद बाग हुआ संजीव मिश्रा के नेतृत्व में शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया शिक्षकों ने जांच टीम पर जानबूझकर पत्रावली को अटकाने का आरोप लगाया है।
इस पर बीएसए ने जांच टीम को 2 अक्टूबर तक जांच पूरी कर पत्रावली उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बीएसए से मिलने वालों में राघवेंद्र प्रताप, अनुपमा सक्सेना हरीश कुमार मिश्रा, विश्वनाथ साहू, जगजीवन राम, पंकज चौधरी, नजर मोहम्मद, ललित कुमार कनौजिया, शालिकराम, दीप नारायन, बजरंग बहादुर सिंह, विजय कुमार वर्मा, रामस्वरूप भास्कर, जगत राम तिवारी, अवधेश कुमार मिश्रा सम्त अन्य शामिल रहे।