Kanpur: ट्रेन पलटाने की साजिश: रेल ट्रैक पर मिला सिलेंडर और नमकीन के पैकेट, पुलिस ने चलाया तलाशी अभियान, रेलवे कर्मचारियों से की पूछताछ
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर से 35 किलोमीटर दूर महाराजपुर थाना क्षेत्र के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर लूप लाइन में 5 किलो के खाली गैस सिलेंडर को शरारती तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर रखकर इस बार मालगाड़ी को पलटाने की गहरी साजिश रची। गनीमत रही कि इस दौरान लोको पायलट और सहायक लोको पायलट की नजर सिलेंडर पर पड़ी तो इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक दिया।
आनन फानन घटना की सूचना स्टेशन मास्टर, आरपीएफ जीआरपी और रेलवे के अन्य अधिकारियों को दी गई जिससे एक बार फिर से महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने जांच शुरू की। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। जिसे बड़ी बारीकी से घटनास्थल पर जांच पड़ताल की साथी ही एक बार सीन रीक्रिएट करने की कोशिश की।
फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल के पास बियर का केन, नमकीन के पैकेट, जूस के बोतल आदि अन्य चीजें मिली हैं, जिसे जांच के लिए कब्जे में लिया गया है। वहीं घटना स्थल से कुछ दूरी पर रेलवे क्वार्टर के पास सर्जिकल ग्लव्स भी पड़े मिले। फॉरेंसिक टीम ने किस जगह से किस जगह तक सिलेंडर रखा हुआ था उसकी माप की साथ ही वहां पर निशान अंकित किया। फॉरेंसिक टीम में मौके पर जिस स्थान पर पटरी पर सिलेंडर रखा था वहां फिंगरप्रिंट लेने की कोशिश की है।
घटनास्थल को सूंघकर काफी दूर तक गया डॉग स्क्वाड
घटना की सूचना पर महाराजपुर इंस्पेक्टर संजय पांडे, एसीपी चकरी दिलीप सिंह, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने घटना की बारीकी से जांच करने के लिए डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया। उसने सिलेंडर और अन्य वस्तुओं को सूंघा और काफी आगे तक झाड़ियों तक गया और लौट आया।
पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी ने झाड़ियों में तलाशी अभियान
घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया और काफी आगे तक सिग्नल और लूप लाइन के ट्रैक को चेक किया। हरिश्चंद्र के निर्देश पर पुलिस आफ और जीआरपी के अलग-अलग टीमों ने आसपास झाड़ियां में तलाशी अभियान चलाया लेकिन किसी के हाथ कुछ नहीं लगा।
रेलवे कर्मचारियों से की पूछताछ
घटनास्थल पर पहुंचे एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने घटनास्थल के पास स्थित रेलवे क्वार्टर में रहने वाले कर्मचारी चंद्रेश पासवान, सत्य प्रकाश, राजेंद्र यादव और अन्य चार लोगों से पूछताछ की है। जहां उन लोगों ने बताया कि उन लोगों ने किसी को सिलेंडर रखते हुए नहीं देखा लेकिन यहां पर अन्य गांव वाले अक्सर नशेबाजी करते हैं।
रेलवे की टेक्निकल टीम को खुले मिले पेंड्रोल क्लिप
कानपुर में चौथी बार ट्रेन को पलटने की साजिश के मामले में जैसे ही इसकी जानकारी रेलवे और पुलिस के आलाधिकारियों को हुई तो लखनऊ से दिल्ली तक हड़कंप मच गया। आनन फानन रेलवे की टेक्निकल टीम घटनास्थल पर पहुंची जहां पर उसे घटनास्थल के बगल में और आसपास ट्रैक पर पेंड्रोल क्लिप खुली मिली। इसके बाद उसने गैंग में जिसके बाद टीम ने गैंगमैन से उसे तुरंत हथौड़े से ठीक कराया।