Kanpur: ISIS के खुरासान माड्यूल पर शक, पं. बंगाल से भी तार जुड़े होने की आशंका...धार्मिक संगठनों और जमातियों की पड़ताल
कानपुर, अमृत विचार। कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश के पीछे आईएसआईएस के खुरासान माड्यूल पर शक है। वहीं पश्चिम बंगाल से भी तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। कमिश्नरेट के आला अफसर जमात और अन्य धार्मिक संगठनों से जुड़े लोगों की भी पड़ताल कर रहे हैं। टीमें इस बिंदु पर भी काम कर रही हैं कि कहीं ये कट्टर युवकों की हरकत तो नहीं। कमिश्नरेट के एक अफसर ने बताया कि कुछ लोग अलग बर्ताव वाले मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि अगस्त में पाकिस्तानी आतंकी फरहतुल्ला गौरी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह भारतीय ट्रेनों को निशाने पर लेने के लिए उकसा रहा था ताकिरेल हादसों में ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो और लोगों की जानें जाएं। इस वीडियो के वायरल होने के कुछ समय बाद ही एक-एक करके ट्रेन हादसे शुरू हो गए। इस एंगल को भी जांच एजेंसियां परख रही हैं।
जांच एजेंसियों ने स्लीपर सेल को खंगालना शुरू कर दिया है। एजेंसियां यह पता लगाने में भी जुटी हैं कि इसमें कोई आतंकी संगठन शामिल हैं या ये लोन वुल्फ अटैक हैं, जिसमें कुछ लोग अपना ग्रुप बनाकर किसी बड़े हादसे को कराने की साजिश रच रहे हैं। जांच एजेंसियों ने जिस युवक को उठाया है उसके बारे में बताया जा रहा है, कि वह पश्चिम बंगाल में रह चुका है और वहां से लौटा है। वह आपराधिक प्रवृत्ति का है।
कॉशन ने फेरा साजिशकर्ताओं के मंसूबों पर पानी
सूत्रों ने बताया कि हादसे से साढ़े 3 घंटे पहले एक ट्रेन इसी रूट से गुजरी थी। इसके बाद ही ट्रैक पर सिलेंडर रखा गया होगा। साजिशकर्ताओं का मंसूबा सवारी गाड़ी को निशाना बनाना था, जिससे ज्यादा से ज्यादा जनहानि हो लेकिन रेलवे ट्रैक पर लगे कॉशन ने साजिशकर्ताओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
मोबाइल डाटा किया जा रहा फिल्टर
सूत्रों ने बताया कि इस तरह की घटनाएं खुरासान मॉड्यूल ही करवाता है। सूत्र बताते हैं कि इस वारदात में लोकल माड्यूल का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि अधिकारी या एजेंसी के अधिकारी कुछ भी नहीं बता रहे हैं। पुलिस ने जो डाटा डंप किया था उसे भी फिल्टर किया जा रहा है। अब तक जो भी मोबाइल नंबर सामने आए हैं, उनको जांच के दायरे में रखा गया है। आस पास के जिलों के बस स्टॉप, रेलवे जंक्शन, लखनऊ और कानपुर एयरपोर्ट पर भी एजेंसियों की नजर है।
विदेशी भी एजेंसियों के रडार पर
एनआईए, आईबी, एटीएस ने जांच के दायरे में देश विदेश से आए लोगों को भी लिया गया है। बिल्हौर के मकनपुर में हजरत बदीउद्दीन जिंदा शाह की मजार है। यहां देश-विदेश से बड़े पैमाने पर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। पुलिस ने जांच के दायरे में उन लोगों को भी लिया है।
ये भी पढ़ें- Kanpur Train Incident: एनआईए, एटीएस और एसटीएफ खंगालती रही सीसी फुटेज, कई जिलों में छापेमारी, एक संदिग्ध रडार पर