अयोध्या: आईपीएल में सट्टा लगा रहे दो गिरफ्तार

अयोध्या, अमृत विचार। आईपीएल में सट्टे के नाम पर लाखों का खेल करने वाले गिरोह का एक गुर्गा पुलिस के हाथ लगा है। जनपद की नगर कोतवाली पुलिस ने इस गुर्गे समेत दो को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 15 लाख रुपए, सट्टा पर्ची, रजिस्टर व अन्य सामान बरामद किया है। रविवार को क्षेत्राधिकारी …
अयोध्या, अमृत विचार। आईपीएल में सट्टे के नाम पर लाखों का खेल करने वाले गिरोह का एक गुर्गा पुलिस के हाथ लगा है। जनपद की नगर कोतवाली पुलिस ने इस गुर्गे समेत दो को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 15 लाख रुपए, सट्टा पर्ची, रजिस्टर व अन्य सामान बरामद किया है।
रविवार को क्षेत्राधिकारी नगर प्रशिक्षु आईपीएस निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार के निर्देश पर अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत नगर कोतवाली पुलिस ने नाका बायपास ओवरब्रिज के नीचे से आईपीएल में सट्टाबाजी का खेल खेल रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए लोगों ने अपना नाम पता वसीम अहमद निवासी ख्वाजा एनक्लेव औरंगाबाद खालसा थाना आशियाना जनपद लखनऊ और सोनू उर्फ रवि कुमार निवासी दुर्गा माता मंदिर के पास रामनगर कोतवाली नगर जिला अयोध्या बताया है। मौके से कोतवाली पुलिस ने एक मोटरसाइकिल, वाहन की दो नंबर प्लेट, दो मोबाइल फोन, सट्टा पर्ची और सट्टा रजिस्टर, एक पाकेट डायरी तथा कुल 15 लाख रुपये बरामद किए हैं।
पाखंड में पुलिस ने जुआ अधिनियम तथा धोखाधड़ी और कूट रचना की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करवा दोनों का चालान किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी और खुलासे में शामिल पुलिस टीम को एसएसपी ने 10 हजार रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है।
लखनऊ से आया था सट्टे की रकम वसूली करने
जनपद पुलिस की ओर से खुलासे में नाका ओवर ब्रिज के नीचे सट्टा खेलने की बात कही जा रही है। हालांकि जानकारों का कहना है कि यह पुलिस की ओर से गढ़ी कहानी है। असल में मामला आईपीएल क्रिकेट मैच के नाम पर संगठित सट्टेबाजी गिरोह से जुड़ा है। इनका पूरे देश में एक संगठित गिरोह और जगह-जगह गिरोह से जुड़े लोग स्थानीय गतिविधियों का संचालन करते हैं। हिस्सा ऊपर पहुंचाया जाता है। लखनऊ निवासी वसीम अहमद जनपद में चल रहे सट्टा कारोबार के हिस्से के वसूली के लिए आया था। साथ में पकड़ा गया रामनगर दुर्गा माता मंदिर निवासी सोनू उर्फ रवि कुमार भी इसी संगठित गिरोह का मोहरा है।