Kanpur: दूसरे दिन भी एनडीआरएफ के हाथ नहीं लगी सफलता...आस्ट्रेलिया से पहुंचे माता-पिता, बहन, बेटे को खोजती रहीं नम आंखे
कानपुर, अमृत विचार। बिल्हौर के नानामऊ गंगाघाट पर शनिवार को दोस्तों के साथ गंगा स्नान को गए वाराणसी के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के उप निदेशक डाॅ. आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव (45) का दूसरे दिन भी पता नहीं लग सका। पीएसी, पुलिस सिपाही गोताखोर, एसडीआरएफ के बाद रविवार को मोर्चा एनडीआरएफ ने संभाला था, लेकिन सोमवार को भी टीम के हाथ सफलता नहीं लग सकी।
जिला प्रशासन की टीम नानामऊ से लेकर सभी प्रमुख घाट, खेरेश्वर, बिठूर, बैराज तक सर्च आपरेशन चला रही लेकिन आदित्यवर्धन का कोई सुराग नहीं लग सका। आदित्य के माता पिता रमेश-शशि प्रभा सोमवार की दोपहर घाट पर पहुंची तो नम आंखे अपने बेटे को ही खोज रही थी जैसे तैसे अन्य परिवारिक लोगों ने माता-पिता को संभाला।
बता दें कि आदित्य के माता-पिता उनकी बहन के साथ आस्ट्रेलिया में थे। सोमवार को आदित्य की बहन और बहनोई भी घाट पहुंचे और सर्च ऑपरेशन की जानकारी ली। इधर, उनके चचेरे भाई अनुपम सिंह जो बिहार शासन मे सीएम के निजी सचिव के पद पर तैनात है वो भी पहले दिन से ही कैंप कर सर्च ऑपरेशन की जानकारी ले रहे है।
पत्नी के ना पहुंचने की रही चर्चा
लगभग तीन दिन के घटनाक्रम के बाद भी पत्नी एडीजे महाराष्ट्र श्रेया मिश्रा के न पहुंचने पर तमाम चर्चा का विषय बना हुआ है। उपजिलाधिकारी रश्मि लांबा ने बताया कि दोनो टीमों मे लगभग 50 जवानों की टीम सर्च ऑपरेशन मे लगी हुई है।
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