बाराबंकी: तहसीलदार पर बाढ़ पीड़ित को थप्पड़ जड़ने का आरोप, गाड़ी में बैठाया..., फोन भी किया फॉर्मेट, फोटो खींचने से थे नाराज
सूरतगंज/बाराबंकी, अमृत विचार। बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने सोमवार को तहसीलदार रामनगर भूपेंद्र विक्रम सिंह बबुरी गांव पहुंचे थे। यहां से सरसण्डा और उसके बाद सुंदर नगर पहुंचे थे। यहां बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर बतनेरा गांव के पास विस्थापित किए गए बाढ़ पीड़ितों से हाल जान रहे थे। यहीं पर सुंदरनगर निवासी बाढ़ पीड़ित मो. इरफान ने मोबाइल से फोटो खींच ली। जिससे तहसीलदार का पारा चढ़ गया।
इरफान ने आरोप लगाया कि मीडिया के कुछ साथियों को फोटो भेजने के लिए वह फोटो खींच रहा था। जिसपर तहसीलदार ने पूछा फोटो क्यों खीच रहे हो। उसेक बाद उन्होंने फोन भी ले लिया। साथ ही अर्दली से कहकर गाड़ी में बैठा लिया। उसके बाद गाड़ी के अंदर तीन झापड़ मारे। इरफान के मुताबिक तहसीलदार मुझे पण्डितपुरवा गांव ले गए और वहां पर पूरा फोन फॉर्मेट करा दिया। वहीं इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश रहा। इस संबंध में एसडीएम पवन कुमार ने कहा कि पिटाई करना गलत है। इसकी जांच की जाएगी।
सरयू का जलस्तर स्थिर लेकिन कटान जारी
सोमवार को सरयू नदी का जलस्तर स्थिर रहा, लेकिन कटान जारी है। कटान से बबुरी और केदारीपुर गांव के आसपास के ग्रामीण सहमे हुए हैं। गांव में पानी भरा हुआ है। गांवों के कुछ संपर्क मार्ग पर भी भरा हुआ है। जिससे लोगों को आवागमन करने के लिये नावों का सहारा लेना पड़ रहा है। सरयू नदी का पानी न तो बढ़ा और न ही कम हुआ। बारिश के मौसम में जलस्तर स्थिर देखकर ग्रामीण ने थोड़ी राहत महसूस की। सुंदरनगर, कचनापुर, लालपुरवा और कोडरी सहित एक दर्जन गांव पानी से घिरे हुए हैं। खेतों में पानी जमा है।
कटान से बबुरी गांव का अस्तित्व समाप्त होने के बाद सरयू नदी धीरे धीरे केदारीपुर गांव की ओर रूख कर चुकी है। कटान को देखते हुए कुछ परिवार अपना आशियाना तोड़कर उसका मलबा और गृहस्थी लेकर सुरक्षित स्थानों पर डेरा डाले हुए हैं। इसके अलावा तमाम गांवों में पानी भरा होने से दर्जनों लोग तटबंध में में शरण लिए हुए हैं। इन्हें कोई दिक्कत न हो इसके लिए रामनगर तहसील प्रशासन जुटा हुआ है
39 सेमी ऊपर जलस्तर
सरयू नदी का जलस्तर खतरे से 39 सेमी ऊपर रहा। सरयू नदी का जलस्तर 106.466 दर्ज किया गया। गांव में नदी के भरे पानी से जहां ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। वहीं नदी चार गांव के पास खेतों में कटान कर रही है। जिससे बाढ़ पीड़ितों की गन्ना व धान की सैकड़ों बीघा फसल नदी में समाती जा रही है। फसलों के नुकसान का आंकलन तहसील प्रशासन करा रहा है। सरयू नदी का पानी 20 गांवों में भरा है। लेकिन कटान सूरतगंज ब्लॉक के चार गांवों में हो रही है।
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