अयोध्या : कर्बला स्थित भूखंड पर कब्जे को लेकर लामबंद हुए दोनों पक्ष 

पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस-पीएसी रही तैनात, -घंटों छावनी में तब्दील रहा रामपथ का किनारा 

अयोध्या : कर्बला स्थित भूखंड पर कब्जे को लेकर लामबंद हुए दोनों पक्ष 

अयोध्या, अमृत विचार। नगर कोतवाली क्षेत्र में रामपथ किनारे स्थित वक्फ बारी तआला कमेटी के कर्बला के एक हिस्से के स्वामित्व को लेकर चल रहे अदालती विवाद के बीच रविवार को भूखंड पर कब्जे की आशंका को लेकर दोनों पक्ष लामबंद हो गए। मामले की खबर पुलिस को लगी तो सीओ सिटी के नेतृत्व में दो थानों और कई चौकियों की फोर्स के साथ पीएसी मौके पर पहुंच गई। घंटों रामपथ का किनारा छावनी में तब्दील रहा। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को मौके से हटाया और फिर नगर कोतवाली में पंचायत कराई।  

रामपथ पर नगर कोतवाली क्षेत्र में उदया चौराहे के निकट वक्फ बारी तआला कमेटी का कर्बला है। बड़ी बुआ से जुडी कमेटी कर्बला की पूरी जमीन को अपनी मिल्कियत बताता है और वक्फ बोर्ड में पंजीकृत होने की बात कह रहा है, जबकि देवकाली गांव निवासी राम बहादुर सिंह इस जमीन में लगभग 31 बिस्वा जमीन पर अपना स्वामित्व जताते हैं। राम बहादुर सिंह की ओर से शासन में की गई शिकायत के बाद राजस्व और नजूल अमले की मौजूदगी में जिला प्रशासन के अधिकारियों कुछ दिनों पूर्व पूरी जमीन की पैमाइश कराई थी और प्रशासन की ओर से कर्बला के एक भूखंड के स्वामित्व का विवाद सिविल अदालत में विचाराधीन होने की रिपोर्ट शासन को प्रेषित की थी।

रविवार की सुबह राम बहादुर पक्ष के लोग मौके पर पहुंचे तो चर्चा चली कि जमीन पर कब्जा करने आए हैं।  इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी मौके पर गोलबंद होने लगे। हाल यह हुआ कि रामपथ किनारे मजमा लग गया। सूचना पर सीओ सिटी और नगर कोतवाल तथा थाना प्रभारी कैंट अपनी टीम के साथ पहुंचे और कई चौकी प्रभारियों के साथ पीएसी को भी मौके पर बुला लिया गया। राजस्व से जुड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन कोई सक्षम अधिकारी नहीं आया। दोनों पक्षों ने पुलिस और राजस्व अधिकरियों के सामने अपना-अपना पक्ष रखा, जिसके बाद मामले की विस्तृत जानकारी जिला प्रशासन को दी गई।

   
एक पक्ष के जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उनके पूर्वजों ने वर्षों पहले जमीन का बैनामा लिया था।  जिसकी दाखिल-ख़ारिज ही नहीं हुई है बल्कि पीढ़ी का नामांतरण भी हो चुका है। दूसरा पक्ष कब्जा हासिल करने में अड़ंगा खड़ा कर रहा है और वह साल भर से कब्जे के लिए भाग-दौड़ कर रहे हैं।  उनका कहना था कि अदालत ने कर्बला पक्ष का दावा ख़ारिज कर दिया है और कोई स्थगनादेश भी जारी भी नहीं हुआ है। वहीं कर्बला पक्ष के सचिव आशिफ नवाब व मो आजम कादरी का कहना है कि पूरी जमीन कमेटी की है तथा वक्फ बोर्ड में पंजीकृत है। विवादित भूखंड का वाद सिविल अदालत में विचाराधीन है, बावजूद इसके जबरिया कब्जे का प्रयास किया जा रहा है।   

पुलिस ने दोनों पक्षों को मौके से हटाया 

मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल ने पहले तो दोनों पक्षों को अलग-अलग किया। कर्बला कमेटी से जुड़े लोगों को कर्बला के भीतर ही रहने को कहा गया और राम बहादुर पक्ष को आईटीआई की ओर रोक दिया गया। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद पुलिस ने वस्तुस्थिति अधिकारियों को बताई और फिर अनाउंस कर एक-एक पक्ष को अपने वाहन सड़क किनारे से हटा लेने को कहा गया और फिर दोनों पक्षों मौके से हटा दिया गया।  

कोतवाली में हुई पंचायत, तय करेगी अदालत   

जिला प्रशासन के निर्देश पर एडीएम प्रशासन सलिल कुमार पटेल नगर कोतवाली पहुंचे तथा एसडीएम सदर-सीओ सिटी व राजस्व अमले की मौजूदगी में दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों से वार्ता की।  उन्होंने दोनों पक्षों की बात सुनी तथा कागजात आदि का अवलोकन करने के बाद सिविल अदालत का फैसला होने तक दोनों पक्षों को यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया।

 
 

ताजा समाचार

लखीमपुर खीरी: मेडिकल स्टोर पर लगा सरकारी डॉक्टर का बोर्ड वायरल, फ्री इलाज के दावे पर फंसे त्वचा रोग विशेषज्ञ
अमरोहा: पति कर रहा था दूसरी शादी, पत्नी ने रुकवाई, तीन बच्चों को लेकर पहुंची थाने, घंटों चला ड्रामा, जानिए पूरा मामला
बाराबंकी: शिकायतों के निस्तारण कर बोली आईएएस-बीडीओ, गांव को रखे स्वच्छ
बाराबंकी: सक्रिय हुई पुलिस तो हाथ लगे चोर, चार घटनाओं से हटा पर्दा
Chitrakoot: दहेज हत्या में दोषी सिपाही को 20 वर्ष का सश्रम कारावास
सीएम डैशबोर्ड: कानून व्यवस्था में गोरखपुर और सुल्तानपुर 69वें पायदान पर, मेरठ सबसे पीछे, पहले नंबर पर रामपुर काबिज