कानपुर में नगर आयुक्त दफ्तर में हंगामा करने वाले ABVP कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज...गिरफ्तारी को लेकर कामकाज ठप
कानपुर में नगर आयुक्त दफ्तर में हंगामा करने वाले एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज
कानपुर, अमृत विचार। मंगलवार शाम नगर आयुक्त सुधीर कुमार के दफ्तर में हंगामा करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं के खिलाफ नगर निगम ने स्वरूप नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों से अशोभनीय व्यवहार करने व गाली-गलौज करने के मामले में नगर निगम ने एबीवीपी के संगठन मंत्री समेत 13 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वहीं, नगर आयुक्त के सामने हंगामा करने के खिलाफ नगर निगम मुख्यालय समेत सभी जोनल कार्यालयों में कामकाज ठप कर दिया गया। अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही यूनियन के नेताओं ने मुख्यालय आकर विरोध प्रदर्शन किया, और हंगामा करने वाले कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग की।
यूनियन नेता रमाकांत मिश्र, हरिओम बाल्मिकी, मुन्ना हजारिया, विनोद कुमार के नेतृत्व में कर्मचारियों ने मुख्यालय में प्रदर्शन किया। नेताओं ने कहा कि यदि हंगामा करने वाले लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो पूरे शहर में सफाई कार्य भी बंद दिया जायेगा।
यह था पूरा मामला
एबीपीवी विभाग संगठन मंत्री आशुतोष की अगुवाई में मंगलवार शाम करीब 5 बजे 2 दर्जन से अधिक कार्यकर्ता नगर आयुक्त से मिलने नगर निगम पहुंचे थे। इस दौरान नगर आयुक्त अधिकारियों के साथ अपने कार्यालय में बैठक कर रहे थे तो उन्होंने कार्यकर्ताओं को रुकने के लिये संदेश भिजवाया। इस पर भड़के कार्यकर्ता नगर आयुक्त के कमरे के अंदर घुस गये। नगर आयुक्त ने समस्याएं पूछी तो उल्टा नगर आयुक्त से पूछने लगे कि आपने बीते 10 दिनों में शहर के लिए क्या किया।
नगर आयुक्त ने पीएसी बुलाने की बात कही तो कार्यकर्ता उग्र हो गये। नगर आयुक्त के ऑफिस में हंगामा होता देख कर्मचारी नेता भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भी एबीवीपी कार्यकर्ताओं को हटाने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने। इस पर कर्मचारी नेता भी विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने हंगामे में शामिल एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की थी जिसके बाद बुधवार को कार्रवाई हुई है।
पार्षदों से भी कार्यकर्ताओं ने की बदतमीजी
नगर निगम मुख्यालय में मौजूद भाजपा पार्षद भी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान पार्षदों ने हंगामा न करने के लिए कहा। इस पर कार्यकर्ता पार्षदों से ही भिड़ गए। इस रवैये को देखकर पार्षद भी किनारे खड़े हो गए। इस दौरान बैठक में मौजूद कई जोनल अधिकारियों की भी कार्यकर्ताओं से बहस हुई। करीब आधा घंटे बाद स्थिति सामान्य हो सकी थी।
इनके नाम दर्ज हुई एफआईआर
एबीवीपी के संगठन मंत्री अशुतोष, प्रांजल, निशांत, गुंजन, दिग्विजय, वैभव शुक्ला, माधव राजपूत, कौशिक दुबे, राघवेंद्र दीक्षित, आशीष सिंह, शोभित भदौरिया, पियूष पांडेय, हरीश चौहान।
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