Kanpur: फर्जी वेबसाइट बनाकर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़; तीन आरोपी गिरफ्तार, इस तरह बनाते थे लोगों को अपना शिकार...
कानपुर, अमृत विचार। इंटरनेट पर फर्जी वेबसाइट बनाकर घरेलू काम के लिए नौकर दिलाने फिर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का स्वरूप नगर ने भंडाफोड़ किया है। स्वरूप नगर पुलिस ने सरगना समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं शातिर नौकरी की तलाश में टीम रायपुर में छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार किए गए तीनों शातिर दिल्ली के रहने वाले हैं। शातिरों ने 23 जुलाई को स्वरूप नगर स्थित मर्चेंट नेवी कर्मी के घर वारदात को अंजाम दिया था। इस पर पीड़िता ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस शातिरों की तलाश में जुटी थी।
इंस्पेक्टर स्वरूप नगर राजेश शर्मा ने बताया कि 19 जुलाई की सुबह धीरज नाम का व्यक्ति नौकरानी अनीसा उर्फ अनीमा को मर्चेंट नेवी कर्मी नेहा के घर छोड़ गया था। कमीशन और तीन माह की तनख्वाह के तौर पर एडवांस 43 हजार रुपये भी आरोपियों ने नेहा से वसूले थे। इसके बाद मौका पाकर नौकरानी घर से जेवरात और नकदी लेकर फरार हो गई थी। इस पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए सबसे पहले नौकरी दिलाने वाली कंपनी के नंबर की जांच की तो वह फर्जी निकला।
लोकेशन और सर्विलांस की मदद से दिल्ली में बैठे एजेंसी संचालक धीरेंद्र निवासी सुलेमान नगर नार्थ वेस्ट दिल्ली तक पहुंचे और महिला के बारे में जानकारी जुटाई तो उसके पास से फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए। सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने गैंग बनाकर चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली। पूछताछ में धीरेंद्र ने बतया कि उसने फर्जी एजेंसी बना रखी है। जो भी ग्राहक ऑनलाइन संपर्क करता है तो वह नौकरानी के रूप में अनीसा उर्फ अनीमा को बदले नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर नौकर के रुप में घर भेज देता है।
उसका साथी मनीष कुमार यादव निवासी सांगी थाना पिपरास जिला मधुबनी बिहार अनीमा को ग्राहक के घर तक पहुंचाने और संतुष्ट करने का काम करता है। दो से तीन दिन में ही अनीमा पूरी योजना बनाकर चोरी की वारदात को अंजाम देती है। इस दौरान मनीष टारगेट किए हुए घर के आसपास ही रहता है। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों निर्धारित जगह पर मिलते हैं और चोरी के माल का बंदरबांट होता है। चोरी किए गए सोने और चांदी के गहनों को गिरोह का तीसरा सदस्य संदीप कुमार सोनी निवासी अग्र नगर थाना प्रेम नगर-3 कालोनी दिल्ली गला देता है।
मौका मिलते ही इसे बेच लिया जाता है। गिरोह की मुख्य कड़ी अनीमा उर्फ अनीसा मोबाइल का उपयोग नहीं करती है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने आगरा, बरेली, दिल्ली समेत कई जनपदों में इस तरह चोरी वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है। आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पकड़े वाले उपनिरीक्षक कुलदीप ने बताया कि आरोपियों के पास से दो फोन, एक एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, एक अंगूठी, पांच मोती बरामद किए हैं।
फरार अनीमा उर्फ अनीसा की तलाश में रायपुर भेजी टीम
इंस्पेक्टर के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि नेहा सिद्दीकी के घर से वारदात को अंजाम देने के बाद अनीमा उर्फ अनीसा दिल्ली पहुंची थी। यहां उसने चोरी के गहने साथियों को दिए। जिसके बाद उसे झारखंड के रांची में एक अन्य घर में काम करने भेज दिया गया। पुलिस टीम झारखंड पहुंची तो पता चला कि अनीमा वहां भी वारदात को अंजाम दे चुकी है। पुलिस की टीम अनीसा की तलाश में छापेमारी कर रही है।
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