पीलीभीत: प्रधान जी के तेवर पड़ गए ढीले..., प्रधानाचार्य को कॉल कर वापस भिजवाया फर्नीचर, जानें पूरा मामला

पीलीभीत: प्रधान जी के तेवर पड़ गए ढीले..., प्रधानाचार्य को कॉल कर वापस भिजवाया फर्नीचर, जानें पूरा मामला

पीलीभीत, अमृत विचार। राज्यपाल के दौरे के सात माह बाद भी जो फर्नीचर वापस संबंधित स्कूल में पहुंचाने में प्रधान जी आनाकानी कर रहे थे। दो विभागों के जिम्मेदार भी प्रधान जी के आगे बेबस दिखाई दे रहे थे। वह अमृत विचार में खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों द्वारा अपनाई गई सख्ती से एक ही दिन में अब वापस पहुंचा दिया गया।

बताते हैं कि डीपीआरओ ने इसे लेकर अधिकार सीज करने की चेतावनी भी दे डाली थी। जिसका असर रहा कि सरकारी स्कूल का फर्नीचर दबाए बैठे ग्राम प्रधान के तेवर ढीले पड़ गए और गुरुवार सुबह होते ही स्कूल के प्रधानाध्यापक को कॉल कर फर्नीचर वापस करने की जानकारी दी। इतना ही नहीं सारा फर्नीचर लौटा दिया गया। जिससे सात माह से जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को राहत मिल सकी है।

बता दें कि करीब सात माह पूर्व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जनपद भ्रमण पर आई थी। उस दौरान राज्यपाल के भ्रमण कार्यक्रम के चलते पूरनपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत मटैया लालपुर के स्कूल में पास की ही ग्राम पंचायत पुरैना ताल्लुके महाराजपुर के स्कूल से फर्नीचर मंगवाकर डलवाया गया था। अफसरों ने राज्यपाल के जाने के बाद उक्त सभी फर्नीचर को वापस पुरैना ताल्लुके महाराजपुर भिजवाने की हिदायत भी दी थी।

राज्यपाल तो चलीं गई, लेकिन ग्राम प्रधान ने फर्नीचर को मटैया लालपुर की संपत्ति मान उसे स्कूल में रख लिया। मामला अफसरों तक पहुंचा तो ग्राम प्रधान से फर्नीचर वापस करने को भी कहा गया, लेकिन प्रधान टस से मस नहीं हुए। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग और जिला पंचायत राज  विभाग के जिम्मेदारों की ओर से कई बार ग्राम प्रधान से फर्नीचर भिजवाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया।

इधर बीएसए अमित कुमार को पुरैना ताल्लुके महाराजपुर स्कूल में बच्चों द्वारा जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने की जानकारी हुई तो उन्हें स्कूल के स्टाफ ने पूरे मामले की जानकारी दी। इस पर बीएसए ने प्रधान की हठधर्मिता के बारे में जिला पंचायत राज अधिकारी सतीश कुमार को बताया। बार-बार कहने के बाद भी स्कूल का फर्नीचर वापस न किए जाने की जानकारी मिलने पर जिला पंचायत राज अधिकारी खासे नाराज हो उठे।

इधर अमृत विचार समाचार पत्र ने गुरुवार के अंक में पूरे प्रकरण को प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर को संज्ञान लेते हुए डीएम संजय कुमार सिंह ने गुरुवार सुबह जिला पंचायत राज अधिकारी से पूरे प्रकरण की जानकारी ली। डीपीआरओ ने पूर्व ग्राम पंचायत मटैया लालपुर के ग्राम प्रधान एवं सचिव को अंतिम चेतावनी देते हुए तीन दिन के भीतर फर्नीचर वापस करने पर अधिकार सीज करने की कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।  

बाद सात माह से दो विभागों के जिम्मेदारों के कई बार कहने के बाद भी जो समस्या हल नहीं हो पा रही थी, उसका समाधान चंद मिनटों में ही हो गया।  मामला डीएम तक पहुंचने और अपने ऊपर अधिकार सीज का खतरा मंडराता देख ग्राम प्रधान ने गुरुवार सुबह ही पुरैना ताल्लुके महाराजपुर स्कूल के प्रधानाध्यापक को कॉल कर फर्नीचर जल्द भिजवाने की जानकारी दी और स्कूल में रखा सारा फर्नीचर ट्रेक्टर-ट्राली से वापस भिजवा दिया गया। स्कूल में पुन: फर्नीचर देख स्कूली बच्चों के भी चेहरे खिल उठे।

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