World Plastic Surgery Day 2024: इस बार खास है विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस, 2300 से अधिक डॉक्टर करेंगे मुफ्त इलाज

World Plastic Surgery Day 2024: इस बार खास है विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस, 2300 से अधिक डॉक्टर करेंगे मुफ्त इलाज

लखनऊ, अमृत विचार। प्लास्टिक सर्जरी के महत्व और इससे जुड़ी तमाम जानकारियां लोगों को उपलब्ध कराने के लिए हर साल 15 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरूआत साल 2020 में हुई थी। जिसका प्रस्ताव एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन्स ऑफ इंडिया की तरफ से दिया गया था। भारत ही वह देश है जिसे प्लास्टिक सर्जरी का जन्मदाता भी कहा जाता है। यही वजह है कि साल 2011 से राष्ट्रीय प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाये जाने की शुरूआत भारत से ही हुई थी। 

एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन्स ऑफ इंडिया की तरफ से इस बार विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस को खास बनाने के लिए एक निर्देश जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि भारत के सभी प्लास्टिक सर्जन कम से कम एक सर्जरी जरूर मुफ्त करें। जिससे गरीबों और असहायों की मदद हो सके।

एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन्स ऑफ इंडिया के सचिव डॉ. विजय कुमार ने बताया है कि विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस को मनाने के लिए एक सप्ताह का कार्यक्रम बनाया गया है। जिसमें लोगों को प्लास्टिक सर्जरी के महत्व को बताया जायेगा। साथ ही हमारे एसोसिएशन से जुड़े सभी डॉक्टर एक सर्जरी निशुल्क करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि हमारे एसोसिएशन से करीब 2350 डॉक्टर जुड़े हुये हैं। 

जागरूकता को लेकर आयोजित हुआ कार्यक्रम

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित प्लास्टिक सर्जरी विभाग की तरफ से विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस के पूर्व बर्न जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
कार्यक्रम की शुरूआत विभाग के एचओडी प्रों विजय कुमार ने मरीजों को प्लास्टिक सर्जरी के जानकारी देकर की। उन्होंने कहा कि किसी घटना या फिर चोट के कारण जब चेहरा व अन्य अंग में विकृति आ जाती है तो उसे ठीक करने के लिए प्लास्टिक सर्जरी का सहारा लिया जाता है। आग से स्किन के जलने पर प्लास्टिक सर्जरी के जरिये उसे ठीक किया जा सकता है, वहीं कटे हुये अंगों को जोड़ने का काम भी प्लास्टिक सर्जरी का विशेष महत्व है। इसके जरिये कई लोगों को फायदा मिल चुका है। इसके अलावा कटे तालू और कटे होठ के उपचार की जानकारी भी दी।

कार्यक्रम में विभाग के एचओडी प्रो. विजय कुमार, प्रो. वीरेन्द्र प्रसाद, डॉ. संध्या पान्डे, डॉ. रवि कुमार, डॉ.अंशु सिंह, डॉ. भव्या नैथानी समेत विभाग के रेजीडेंट, नर्सिंग स्टाफ, मरीज व उनके परिजन भी उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ेः सुशासन की पहली शर्त है कानून का राज, RML राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बोले सीएम योगी