सीतापुर: बैराजों से छोड़े गये 4 लाख क्यूसेक पानी से हाहाकार, 200 बीघा फसलें हुई जलमग्न

सीतापुर: बैराजों से छोड़े गये 4 लाख क्यूसेक पानी से हाहाकार, 200 बीघा फसलें हुई जलमग्न

सीतापुर,अमृत विचार। जनपद के विकासखंड रेउसा इलाके में सोमवार शाम बैराजों से छोड़े गये करीब 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी से गांजरी इलाकों में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। शारदा और घाघरा नदियों का जलस्तर बढ़ने से करीब 50 हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। नदियों का पानी करीब 200 बीघा खेत खलियानों सहित दर्जनों गांवों के सम्पर्क मार्गों और ग्रामीणों की झोपड़ियों तक पहुंच गया है। 

रेउसा विकासखंड क्षेत्र के बसन्तापुरपुर, गवलोक कोडर, ठेकेदारपुरवा, डिहुवा बसन्तापुर पुलिया, गुरगुजपुर नकेहिया पुलिया, जकगल टपरी आदि गांवों के रास्ते बाढ़ के पानी से जलमग्न हो चुके है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तहसीलदार उमाशंकर त्रिपाठी लगातार टीम के भ्रमण कर रहे हैं।

इसके साथ ही निर्मलपुरवा, सम्बारी पुरवा, आशाराम पुरवा, संतराम पुरवा, नई बस्ती,रामलाल पुरवा, लोधन पुरवा सहित अन्य गांवों के अंदर भी पानी ने दस्तक देना शुरू कर दिया। हालांकि अभी तक घरों में पानी नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों की माने तो अगर ऐसे हालात रहे तो रात तक घरों में भी पानी ही पानी नजर आयेगा।  ग्रामीणों की माने तो जैतेहिया, मरैली, गारगीपुरवा, पासिंपुरवा, दर्जिन रेती, रामपुरवा, गोड़ियनपुरवा, धूस पुरवा, चौकीपुरवा सहित करीब 10 गावों के पास नदियों का पानी हिलोरे मारता नजर आ रहा। 

एसडीएम बिसवां मनीष कुमार ने बताया अभी गांवों और घरों में पानी नहीं पहुंचा है। अभी बैराजो से छोड़े गए पानी से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। जिसके चलते सभी को अलर्ट रहने को कहा गया। खेतों खलियानों में पानी पहुंच रहा। बाढ़ से निपटने को पूरी तैयारी युद्ध स्तर पर है। किसी को कोई दिक्कत नही आएगी। प्रभावित ग्रामीणों से बराबर सम्पर्क किया जा रहा है।

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