![International Yoga Day 2024: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी योग](https://www.amritvichar.com/media/c200x160/2024-06/99.png)
लखनऊ क्राइम ग्राफ : छमाही अपराध, पश्चिम जोन में तबाड़तोड़ वारदात
छह माह के क्राइम ग्राफ में परिश्चम जोन में सर्वाधिक दर्ज हुए अपराधिक मामले
![लखनऊ क्राइम ग्राफ : छमाही अपराध, पश्चिम जोन में तबाड़तोड़ वारदात](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/क्राइम-बढ़ा-(1).jpg)
शहर के मध्य और पूर्वी जोन में सबसे कम क्राइम ग्राफ
विनय शुक्ला/ फहीम उल्ला खान, लखनऊ। राजधानी को अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिसिंग में लगातार बदलाव किए जा रहे है। बावजूद अपराधी शहर के पांच जोन में तबाड़तोड़ वारदात को अंजाम दे रहे हैं। 01 जनवरी से 30 जून 2024 तक पश्चिम जोन में सर्वाधिक अपराधिक मामले दर्ज किए गए है। जबकि मध्य और पूर्वी जोन में दर्ज मामले औसतन हैं। हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष के क्राइम ग्राफ में गिरावट हुई है। उत्तर प्रदेश पुलिस के यूपी कोप एप में दर्ज आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं।
छमाही क्राइम ग्राफ (जनवरी से जून 30 तक)
जोन 2023 2024 तुलना
पश्चिम 2669 2176 493
दक्षिण 2317 2027 290
उत्तरी 2440 2040 400
पूर्वी 2746 1901 845
मध्य 1090 890 200
छह माह में पश्चिम जोन में बढ़ा अपराध
हत्याओं में बीत गया आधा वर्ष
वर्ष की शुरूआत से ही शहर में अपराधियों ने तबाड़तोड़ बड़ी वारदातों को अंजाम देते हुए पुलिस प्रशासन को चुनौती दी है। इन वारदातों में हत्याओं का ग्राफ पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ा है। एक रिपोर्ट की मानें तो, हर माह पांच जोन में दो से तीन हत्याएं हुई हैं। इन हत्याकांड में पुलिस ने हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया। कुछ हत्यारोपियों से पुलिस को मुठभेड़ भी करनी पड़ी। अधिकांश हत्याकांड में पुलिस ने कोर्ट में जार्च शीट भी दाखिल कर दी है। इनमें कुछ वारदात इस प्रकार से हैं।
माह थाना घटनास्थल वारदात
02फरवरी मलिहाबाद मोहम्मदनगर तिहरा हत्याकांड
31 मार्च बिजनौर सरवननगर तिहरा हत्याकांड
31 मार्च गाजीपुर इंदिरानगर प्रेम नारायण हत्याकांड
06 अप्रैल मड़ियांव फैजुल्लागंज अविनाश हत्याकांड
12 मई बाजारखाला भदेवां ग्राफिक डिजाइनर हत्याकांड
29 मई गाजीपुर इंदिरानगर सेक्टर-20 मोहिनी दुबे हत्याकांड
27 जून बंथरा दाराबनगर आशोक कोरी हत्याकांड
60 फीसदी है साइबर ठगी के मामले
वर्ष 2024 की शुरूआत से ही राजधानी के सभी थानों में साइबर ठगी के मामले सर्वाधिक हैं। औसनत सभी जोन में विगत छह माह में 60 फीसदी मामले डिजिटल अरेस्ट यानी साइबर ठगी हैं। जबकि 40 फीसदी मामले साधारण जालसाजी के पुलिस केस डायरी में दर्ज किए गए हैं। वहीं, महिला अपराध मसलन, छेड़खानी, घरेलू हिसां, यौन शोषण, दुष्कर्म और दहेज उत्पीड़न के 35 फीसदी मामले दर्ज किए है। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि शिकायतों के आधार मामले दर्ज किए है। निष्पक्षता से जांच कराए जाने के दौरान तमाम मामले गलत भी पाए गए हैं। कुछ मामलों में अभी जांच चल है। कुछ में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
यह भी पढ़ें:- खत्म हुई एक प्रेम कहानी...