केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में निशुल्क होगी पढ़ाई, बस देनी होगी 300 रुपए की मेस फीस
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लखनऊ, अमृत विचार: शिक्षा के निजीकरण और व्यावसायीकरण के बीच प्रदेश में एक ऐसा भी विश्वविद्यालय है जो छात्रों को निशुल्क स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई कराएगा। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में छात्रों को भारत की सबसे प्राचीन भाषा में पढ़ने का अवसर मिलता है। यहां पर स्नातक और परास्नातक के अलावा स्कूली शिक्षा भी प्रदान की जाती है। विश्वविद्यालय की देशभर में कुल 13 शाखाएं हैं जिसमें एक शाखा लखनऊ के गोमतीनगर में स्थापित है जहां प्रवेश के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
विश्वविद्यालय में छात्रों को 11वीं 12वीं के अलावा स्नातक और परास्नातक विषयों की शिक्षा प्रदान की जाती है। सबसे बड़ी बात कि यहां पर किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने पर छात्रों को शुल्क नहीं देना पड़ता। छात्रों का शुल्क सरकार के द्वारा वहन किया जाता है, छात्रों को सिर्फ प्रवेश लेने के लिए आवेदन शुल्क ही देना होता है। इसके बाद एक बार प्रवेश हो जाने के बाद उन्हें किसी भी तरह का कोई फीस नहीं देना पड़ता है।
न्यूनतम दर पर छात्रावास सुविधा
विश्वविद्यालय में छात्रावास की भी सुविधा है। यहां पर न्यूनतम दर पर छात्रों को कमरे दिए जाते हैं और मेस और आवास की फीस महज 300 रुपया प्रति माह निर्धारित है। प्रवेश के लिए छात्रों को सीयूईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। यहां के परिसर और छात्रावासों में वाईफाई की सुविधा, पुस्तकालय, कम्प्यूटर आदि सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
इन पाठ्यक्रमों में होगा प्रवेश
विश्वविद्यालय में प्राक्शास्त्री (10+1) में प्रवेश परीक्षा विश्वविद्यालय के स्तर पर आयोजित होगी। जबकि शास्त्री प्रतिष्ठा (स्नातक ऑनर्स) पाठ्यक्रम में सीयूईटी-यूजी व आचार्य (स्नातकोत्तर) पाठ्यक्रम में सीयूईटी-पीजी के माध्यम से प्रवेश लिए जाएंगे। सीटें उपलब्ध रहने पर परिसरीय प्रवेश परीक्षा देकर सीधा प्रवेश भी छात्र ले सकते हैं। प्राक्शास्त्री (10+1), शास्त्री प्रतिष्ठा (स्नातक ऑनर्स) चार वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए व्याकरण, संस्कृत साहित्य, वेदपौरोहित्यकर्मकाण्ड, फलित ज्योतिष, सिद्धान्त ज्योतिष, बौद्धदर्शन प्रवेश ले सकते हैं। इसके अलावा स्नातक पाठ्यक्रम में परम्परागत विषयों के साथ आधुनिक विषय जैसे हिन्दी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, कम्प्यूटर, योग, आयुर्वेद, पर्यावरण विज्ञान आदि विषय में प्रवेश ले सकते है। आचार्य (स्नातकोत्तर) पाठ्यक्रम में व्याकरण, संस्कृत साहित्य, वेदपौरोहित्यकर्मकाण्ड, फलित ज्योतिष, सिद्धान्त ज्योतिष, बौद्धदर्शन एवं एमए पालि विषय में प्रवेश ले सकते हैं।
विश्वविद्यालय का परिसर आधुनिक सुविधाओं से युक्त है। हमारे यहां न्यूनतम दर पर छात्रावास आदि की सुविधाएं उपलब्ध है। जो भी छात्र आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा से वंचित हो जाते हैं उनके लिए बेहतर अवसर है कि वह विश्वविद्यालय में प्रक्रिया के तहत प्रवेश लेकर पढ़ाई करें।
प्रो. सर्व नारायण झा, निदेशक, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ परिसर
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