गोंडा: जालसाजी में फंसे "गुरुजी", नौकरी दिलाने का झांसा देकर हड़प लिए ₹3 लाख, रिपोर्ट दर्ज

पीड़ित की शिकायत पर गुरुजी के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन व जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज 

गोंडा: जालसाजी में फंसे

गोंडा, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा महकमें के एडेड स्कूलों में नौकरी दिलाने के लिए मशहूर "गुरुजी" धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं। "गुरूजी" पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक युवक का तीन लाख रुपये हड़प लेने का आरोप लगा है। पीड़ित का कहना है कि गुरुजी ने एडेड स्कूल में बाबू की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे तीन लाख रुपये लिए थे।

रुपये देने के बाद युवक नौकरी के लिए तीन साल तक चक्कर लगाता रहा लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही रुपया वापस मिला। पीड़ित ने अपने रुपये वापस मांगे तो गुरुजी ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। पीड़ित ने मामले की जानकारी पुलिस को दी लेकिन गुरुजी के रसूख के सामने नतमस्तक पुलिस ने युवक की फरियाद नहीं सुनी‌। अब एसपी के आदेश पर पीड़ित ने आरोपित गुरुजी के खिलाफ थाने में जालसाजी, गबन व जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज करायी है।

इटियाथोक कोतवाली क्षेत्र के रायपुर ब्रम्हचारी गांव के रहने वाले प्रिंस पांडेय के मुताबिक बेंदुली गांव के रहने वाले स्वयंप्रकाश शुक्ला उर्फ गुरूजी नौकरी दिलाने का रैकेट चलाते हैं। वह खुद भी नगर कोतवाली क्षेत्र के जयनगरा गांव के समीप स्थित सरकारी सहायता प्राप्त बालक भगवान लघु माध्यमिक विद्यालय में बाबू के पद पर तैनात हैं। प्रिंस का कहना है कि वर्ष 2021 में उसकी मुलाकात स्वयंप्रकाश उर्फ गुरुजी से हुई थी।

गुरुजी ने प्रिंस को एडेड स्कूल में लिपिक की नौकरी दिलाने झांसा दिया था। बदले में प्रिंस ने गुरुजी को दो लाख रुपये दिए थे। प्रिंस का कहना है कि एक महीने के भीतर इंटरव्यू कराने का वादा किया गया था लेकिन जब इंटरव्यू नहीं हुआ तो प्रिंस ने फिर से गुरुजी से मुलाकात की। इस पर उन्होंने प्रिंस से और एक लाख रुपये की डिमांड की। प्रिंस ने और एक लाख रुपया दे दिया लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल सकी।

काफी दिन तक‌ टालमटोल करने के बाद जब प्रिंस ने दबाव बनाया तो गुरुजी ने कहा कि अगर नौकरी नहीं मिलेगी तो वह रुपये वापस कर देंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। प्रिंस लगातार गुरुजी के घर का चक्कर काटता रहा लेकिन उसे न तो नौकरी मिली और न ही रुपये वापस हो सके। तीन साल तक चक्कर काटने के बाद प्रिंस ने इस वर्ष अप्रैल में गुरुजी से मिलकर अपने रुपये वापस मांगे तो उन्होंने उससे अभद्रता कर जान से मारने की धमकी दी और घर से भगा दिया।

प्रिंस का आरोप है कि मामले की शिकायत ले कर वह इटियाथोक थाने गया लेकिन गुरुजी के रसूख के सामने नतमस्तक पुलिस ने उसकी फरियाद‌ नही‌ं सुनी। परेशान होकर पीड़ित प्रिंस पांडेय ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से की थी। एसपी के निर्देश पर पीड़ित ने आरोपी गुरुजी उर्फ स्वयं प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन व जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज करायी है। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार शुक्ल ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गयी है। 

शिक्षा विभाग में चलता है गुरुजी का सिक्का

आरोपित स्वयंप्रकाश शुक्ला उर्फ गुरुजी का शिक्षा विभाग में सिक्का चलता है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी भी गुरुजी से पेचीदा मामलों में सलाह और सहयोग लेते हैं। बेसिक शिक्षा महकमें में कार्यरत एक बाबू व लेखा कार्यालय में तैनात एक लिपिक से भी गुरुजी की काफी नजदीकी है।

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