लखीमपुर खीरी: बंद अलमारी से अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रमुख अभिलेखों के पन्ने व पत्रावलियां गायब

सेवा पुस्तिकाओं, जीपीएफ, एनपीएस पासबुक के महत्वपूर्ण पन्ने भी फाड़े गए 

लखीमपुर खीरी: बंद अलमारी से अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रमुख अभिलेखों के पन्ने व पत्रावलियां गायब
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी समेत पांच कर्मचारियों के सेवा पुस्तिका व संबंधित पत्रावलियां आदि अभिलेख गायब मिले। इतना ही नहीं जीपीएफ, एनपीएस पासबुकों के प्रमुख पन्ने भी फाड़कर गायब कर दिए गए। सदर कोतवाली पुलिस ने जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि कार्यालय की अलमारियों में अधिकारियों और कर्मचारियों के महत्वपूर्ण सेवा पुस्तिका, जीपीएफ, एनपीएस पासबुक आदि जरूरी अभिलेख और पत्रावलियां रखीं थीं।

कार्यालय के वरिष्ठ सहायक प्रवीन कुमार ने उन्हें बताया कि कर्मचारी सूर्य प्रकाश की सेवा पुस्तिका के शुरू के पेज गायब हैं। इन पेजों में कर्मचारी का सेवा में आने का विवरण आदि अंकित था। अन्य पेजों पर अंकित विवरण सेवा में आने से लेकर वर्तमान समय तक सेवा सत्यापन, स्थानान्तरण, योगदान, अवकाश व सेवा पुस्तिका में अंकित अन्य विवरण लाल पेन से काट दिया गया है।इस पर उन्होंने अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के सेवा संबंधी अभिलेखों की जांच कराई तो तो वरिष्ठ सहायक प्रवीन कुमार, सदानन्द वर्मा, की सेवा पुस्तिका में से सेवा में आने से लेकर अभी तक का सेवाकाल के विवरण के पन्ने गायब मिले।

इसी प्रकार उनकी अरविंद कुमार वर्मा, अर्थ एवं सांख्याधिकारी की जीपीएफ पासबुक के सभी पृष्ठ फाड़े व गायब थे। अन्य रिक्त पृष्ठ पासबुक में छोड़ दिये गए हैं। सदानन्द वर्मा, सौरभ कुमार वर्मा, कनिष्ठ  सहाएक की जीपीएफ, एनपीएस पासबुकों में सेवा में आने से लेकर वर्तमान समय तक जो भी विवरण अंकित था। वह भी गायब है।पासबुकों के रिक्त पेज अवशेष लगे है। सूर्य प्रकाश की जीपीएफ पासबुक गायब है। प्रवीन कुमार, सदानन्द वर्मा, व सहायक एवं पूर्व में तैनात रहे जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश कुमार सिंह की व्यक्तिगत पत्रावलिय भी गायब है।

उन्होंने बताया कि सूर्य प्रकाश, श्रीभगवान राम व उनका अवकाश स्वीकृत हेतु उप निदेशक को भेजने के लिए सेवापुस्तिका में से 11 सी विवरण को  28 मई 2024 को छायाप्रति कराकर हस्ताक्षर कराने के बाद लउपनिदेशक (अर्थ एवं संख्या) लखनऊ को भेजा गया था। तब तक सेवापुस्तिकाएं सही थी। पहली जून 2024 को सभी जीपीएफ एनपीएस पासबुको पर सौरभ कुमार वर्मा ने चेक की थी। पहली जून 2024 तक सभी जीपीएफ व एनपएस पासबुक सुरक्षित अलमारी में रखी गई थी। सदर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। प्रभारी निरीक्षक सदर अंबर सिंह ने बताया कि प्रकरण की जांच एसआई तेज सिंह को सौंपी गई है। 

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