मुरादाबाद : भविष्य निखारने को स्टेडियम में पसीना बहा रहे फुटबाल खिलाड़ी
स्टेडियम में मौजूद हैं फुटबाल की 40 सीटें, कोच सचिन विश्नोई दे रहे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण

मुरादाबाद, अमृत विचार। नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्पोर्ट्स स्टेडियम में फुटबॉल में भविष्य बनाने के लिए खिलाड़ी रोज पसीना बहा रहे हैं। यहां खिलाड़ियों को अनुभवी कोच सचिन विश्नोई प्रशिक्षण दे रहे हैं। स्टेडियम में आए दिन फुटबॉल मैच होते रहते हैं। स्टेडियम में 210 रुपये में पंजीकरण कराकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है और फुटबॉल में अपना कॅरिअर बना सकता है।
महानगर में फुटबॉल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। यहां भी राष्ट्रीय, राज्य स्तर के फुटबालर मौजूद हैं। जिला फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव मोहम्मद नासिर कमाल ने बताया कि फुटबॉल लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। जनपद में हर साल एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता कराने की कोशिश रहती है। सोनकपुर स्टेडियम में भी खिलाड़ी नियमित अभ्यास कर रहे हैं। इसके अलावा भी विभिन्न एकेडमियों में भी बच्चे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। सोनकपुर स्टेडियम में रोज सुबह शाम खिलाड़ी अपने भविष्य निखारने के लिए पसीना बहा रहे हैं।
ऐसे करें आवेदन
फुटबॉल कोच सचिन विश्नोई ने बताया कि स्टेडियम में खेलना बहुत ही आसान है। यहां रोज फुटबॉल खिलाड़ियों को सुबह-शाम अभ्यास कराया जा रहा है। यहां फुटबॉल में 40 सीटें हैं। इसके अलावा भी खिलाड़ियों को निराश नहीं किया जाता है। यहां आप सीधे स्टेडियम कार्यालय में आकर क्रीड़ा अधिकारी प्रेम कुमार या फिर कोच सचिन विश्नोई से मिल सकते हैं। यहां अगर आपकी आयु 18 साल से कम है तो आपको 210 रुपये प्रति साल देने होंगे। जबकि 18 साल से अधिक आयु के खिलाड़ियों को 210 रुपये प्रति माह देने होंगे।
नौकरी के अवसर प्रदान करते हैं खेल
फुटबॉल खेल से युवा अपना भविष्य निखार सकते हैं। इससे वह बेहतर खिलाड़ी बनने के साथ सरकारी नौकरी में भी कोटा पा सकते हैं। महानगर में ऐसे कई फुटबॉल खिलाड़ी हुए हैं। जिन्होंने फुटबॉल के माध्यम से सरकारी नौकरी तक का सफर तय किया है। इसमें नगीम अंसारी आज आर्मी में जम्मू में पोस्टिंग है। वहीं नितेश सैनी की सेना में बी हैदराबाद में पोस्टिंग है। अब्दुर रहमान हाल ही में अंडर 20 नेशनल खेल कर आए हैं। वहीं राजकुमारी महिला रेफरी बन चुकी हैं। वह भी स्टेट चैम्पियनशिप भी खेली हैं।
फुटबॉल खेलना मेरा सपना है। मैंने बहुत छोटी आयु से खेलना शुरू किया था। इस खेल से सबसे पहले आपका शरीर फिट रहता है।- अब्दुर रहमान
मैंने हाल ही में अंडर 20 का नेशनल कैंप किया है। युवाओं को क्रिकेट के साथ फुटबॉल में भी रुझान बढ़ाना चाहिए। इसमें भी इतनी ही प्रसिद्धि है।-अदनान अंसारी
फुटबॉल ने मेरे सारे सपने पूरे किए है। मैं पढ़ाई में इतनी अच्छी नहीं थी। लेकिन, आज फुटबॉल से मेरी पहचान है। मैं क्वालीफाइड फुटबॉल रेफरी हूं। साथ ही मैंने स्टेट चैपिंयनशिप भी खेली है।- निशिता सिंह
सोनकपुर स्टेडियम में फुटबॉल समेत सभी खेलों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। स्टेडियम में सभी खेलों के लिए खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। हमेशा प्रयास रहता है कि खिलाडियों को किसी प्रकार की कोई कमी न हो।-प्रेम कुमार, जिला क्रीड़ा अधिकारी
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