टनकपुर: दृष्टिहीन छात्र को बस से उतारा, जीएम ने जांच के आदेश दिए 

टनकपुर: दृष्टिहीन छात्र को बस से उतारा, जीएम ने जांच के आदेश दिए 

टनकपुर, अमृत विचार। एक नेत्रहीन छात्र के साथ रोडवेज के एक परिचालक और चालक ने शर्मनाक बर्ताव किया। परिवहन निगम के लोहाघाट डिपो के परिचालक और चालक ने दिल्ली जा रहे दिव्यांग छात्र को टनकपुर में बस से उतार दिया। नेत्रहीन छात्र ने टनकपुर कोतवाली से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों तक गुहार लगाई लेकिन कोई राहत नहीं मिली। दिल्ली पहुंचने के बाद छात्र ने मेल के जरिए रोडवेज के महाप्रबंधक से कार्रवाई का आग्रह किया। जिस पर लोहाघाट के सहायक महाप्रबंधक से मामले की जांच करने को कहा गया।                 

बताया जाता है कि सूखीढांग के पास तलियाबांज गांव के सदानंद जोशी के नेत्रहीन बेटे नवीन चंद्र जोशी दिल्ली में पढ़ाई करते हैं। छात्र नवीन 11 मई की शाम लोहाघाट डिपो की बस में टनकपुर से दिल्ली जाने के लिए सवार हुए। जब बस रवाना हुई तो छात्र नवीन ने दिव्यांग होने की जानकारी दी तो परिचालक ने बदसलूकी करते हुए उसे बस से उतार दिया।

इस अपमानजनक बर्ताव से आहत छात्र ने टनकपुर कोतवाली में जाकर मित्र पुलिस से न्याय की गुहार की लेकिन पुलिस ने छात्र की कोई मदद नहीं की। जिला प्रशासन का रवैया भी सहानुभूतिपूर्वक नहीं रहा। दूसरी बस से दिल्ली पहुंचने के बाद नवीन ने रोडवेज के परिचालक और चालक के रवैये की शिकायत करते हुए महाप्रबंधक को मेल भेज।

जीएम पवन मेहरा ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए परिचालक  का जवाब तलब किया है। लोहाघाट के एजीएम को जांच अधिकारी बनाया गया है। रोडवेज की बस में दिव्यांगों के लिए न केवल निशुल्क सेवा है, बल्कि आरक्षित सीट की व्यवस्था भी है।