संदेशखालि का एक और कथित वीडियो: 70 महिलाओं को विरोध-प्रदर्शन के लिए दो-दो हजार रुपये देने का दावा
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल की बहुचर्चित संदेशखालि घटना के संबंध में एक और कथित वीडियो सामने आया है, जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि महिलाओं को तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए दो-दो हजार रुपये दिये गए हैं।
शाहजहां शेख पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और ग्रामीणों की भूमि हड़पने का आरोप है। संदेशखालि का कथित वीडियो 45 मिनट से ज्यादा का है, जिसमें संदेशखालि मंडल अध्यक्ष गंगाधर कयाल जैसे दिखने वाले एक व्यक्ति ने प्रश्नकर्ता को यह बात कही। पिछले सप्ताह की उस वीडियो में भी कयाल ही थे, जिन्होंने कहा था कि बलात्कार के आरोप मनगढ़ंत हैं।
‘पीटीआई-भाषा’ ने स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता का सत्यापन नहीं किया है। शनिवार रात सामने आए नये कथित वीडियो में कयाल यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि शेख के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए 70 महिलाओं को दो-दो हजार रुपये दिये गए थे। हालांकि, पुलिस ने शेख को बाद में गिरफ्तार कर लिया था और तृणमूल ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया था। वीडियो में कयाल ने कहा, ''हमें 50 बूथ के लिए 2.5 लाख रुपये नकद की आवश्यकता होगी।
यहां 30 प्रतिशत प्रदर्शनकारी महिलाएं होंगी। हमें यहां अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों को भी भुगतान कर खुश रखना होगा। किसी भी स्थिति में महिलाएं सबसे आगे रहकर पुलिस से मुकाबला करेंगी।" कथित वीडियो पर टिप्पणी के लिए कयाल से संपर्क नहीं किया जा सका, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे फर्जी करार दिया। तृणमूल प्रवक्ता रिजु दत्ता ने कहा, ''संदेशखालि पर भाजपा की फर्जी कहानी का सच सामने आ रहा है।''
पिछले कुछ दिनों में संदेशखालि की महिलाओं के कई कथित वीडियो सामने आए हैं और तृणमूल ने उन्हें साझा किया है। संदशखालि का पहला वीडियो चार मई को सामने आया था, जिसमें कयाल यह कहते हुए नजर आ रहे थे कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के कहने पर ही महिलाओं ने विरोध किया था और इस पूरे प्रकरण की साजिश भी उन्होंने ही रची थी। दूसरे वीडियो में दावा किया गया कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने कई महिलाओं से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराये और बाद में तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बलात्कार एवं यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया गया।
एक अन्य वीडियो बशीरहाट लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार एवं संदेशखालि प्रदर्शनकारी रेखा पात्रा ने दावा किया कि जिन बलात्कार पीड़िताओं को राष्ट्रपति से मिलने के लिए ले जाया गया था वह उन्हें नहीं जानती थीं। तृणमूल पहले ही राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज करा चुकी है।
पार्टी ने शर्मा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने संदेशखालि की कुछ महिलाओं को कथित तौर पर टीएमसी के स्थानीय नेताओं के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने के लिए कहकर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ''टीएमसी चुनाव से पहले हवा बदलने के लिए फर्जी वीडियो का इस्तेमाल कर रही है। टीएमसी को राष्ट्रीय महिला आयोग और संदेशखालि की महिलाओं की गरिमा का जरा भी ख्याल नहीं है। जारी किए गए सभी वीडियो फर्जी हैं और उन्हें संपादित किया गया है।''
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