पीलीभीत: कोई धक्का लगाकर हो रहा स्टार्ट...ट्रॉलियां भी क्षतिग्रस्त, नगर पालिका के संसाधन ही बीमार, फिर कैसे सुधरेंगे हालात

पीलीभीत: कोई धक्का लगाकर हो रहा स्टार्ट...ट्रॉलियां भी क्षतिग्रस्त, नगर पालिका के संसाधन ही बीमार, फिर कैसे सुधरेंगे हालात

पीलीभीत,अमृत विचार: नगर पालिका के सफाई संसाधन खराब पड़े हैं। इससे सभी वार्डों से कूड़ा एकत्र करने में दिक्कत हो रही है। नगर पालिका के पास शहर में सफाई के लिए कुल 360 संविदा और स्थाई कर्मी हैं। ढाई लाख की आबादी वाले शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए नगरपालिका के पास वाहनों की कमी नहीं हैं,

मगर वाहनों की देखरेख और समय से मरम्मत न हो पाने के कारण वह कंडम होना शुरू हो गए हैं। इनमें करीब पांच से छह वाहन पूरी तरह से जर्जर हो गए हैं। जो चालू हालत में है। उनमें भी कई वाहन ऐसे हैं। जिन्हें धक्का लगाकर स्टार्ट करना पड़ता है। मगर, इसके बाद भी वाहनों की सर्विस नहीं कराई जाती है। जिस वजह से पटरी पर आई सफाई व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है।

शहर में कुल 27 वार्ड है। जहां करीब 59 मोहल्ले और 21 कॉलोनी है। इसके अलावा मुख्य बाजार है। जहां की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए नगरपालिका के पास 152 सरकारी और 208 आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। साथ ही कूड़ा उठाने के लिए नगरपालिका के पास संसाधन के तौर पर नए पुराने मिलाकर करीब  45 वाहन मौजूद हैं।

जिनमें चालू हालत में सिर्फ 06 ट्रैक्टर-ट्राली, 26 टेंपो, एक जेसीबी, एक कैटलक्चर और एक सीवर टैंक साफ करने वाली मशीन है। इसके अलावा एक ट्रैक्टर-ट्रॉली लंबे अरसे से खराब पड़ी हुई है। जिसको ठीक कराने में हीलाहवाली बरती जा रही है।

आलम यह है कि किसी ट्रैक्टर में बैटरी नहीं है, तो किसी में लाइट। जिस वजह से सफाई व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। बमुश्किल व्यवस्थाओं में सुधार देखने को मिला था। मगर एक बार फिर संसाधनों की समय से मरम्मत न होने के कारण वाहनों का संचालन नहीं हो पा रहा है। एक जेसीबी मशीन बीते छह माह से खराब पड़ी हुई है।

जिसको ठीक नहीं कराया जा रहा है। तो वहीं कई ट्रॉली भी कंडम हो चुकी है, तो किसी के टायर फट चुके हैं। मगर उन्हें सुधरवाया नहीं जा रहा है।
कूड़ा उठाने वाले वाहनों में अधिकतर वाहन धक्के पर चल रहे हैं। सड़क पर चल रहे 36 वाहनों में कई ट्रैक्टर-ट्राली, मैजिक और लोडर धक्के पर स्टार्ट होते हैं। कई महीनों पहले उनकी बैट्ररी खराब हो चुकी है। सुबह वाटर वर्क्स से निकलने के बाद यह वाहन मजबूरी में स्टार्ट होते हैं। इस वजह से डीजल का खर्च भी अधिक होता है।
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वाहनों की नीलामी से जुड़ी फाइल ठंडे बस्ते में
दशकों पहले कूड़ा उठाने के लिए खरीदे गए वाहन अब पूरी तरह कंडम हो चुके हैं। करीब 12 वाहन ऐसे हैं। नगरपालिका के अफसरों ने दो साल पहले कंडम वाहनों की सूची तैयार की थी। मगर, आज तक उनकी नीलामी नहीं कराई गई है। लापरवाही की वजह से कई वाहनों के स्पेयर पार्टस भी बदल दिए गए हैं। फिर पालिका प्रशासन की ओर से कोई सुध नहीं ली जा रही है।

वाहनों की मरम्मत कराने के लिए स्टोर कीपर को निर्देश दिए गए थे। खराब वाहनों का एस्टीमेट बनवाया जा रहा है। जल्द ही सभी वाहनों को दुरुस्त किया जाएगा। नीलामी वाहनों की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। आचार संहिता के बाद वाहनों को नीलाम किया जाएगा-लाल चंद भारती, ईओ नगरपालिका पीलीभीत।


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