लखनऊ: इंडोर अस्पताल में रेलवेकर्मी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हत्या की आशंका

लखनऊ: इंडोर अस्पताल में रेलवेकर्मी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हत्या की आशंका

लखनऊ, अमृत विचार। आलमबाग कोतवाली अंतर्गत इंडोर अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मंशाराम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसके गला चाकू से रेता गया था। अस्पताल के कमरे में साथियों ने उसे मरणासन्न में पाया। इसके बाद उसे फौरन ओटी (ऑपरेशन थिएटर) में पहुंचाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों ने पूछताछ की। वहीं, फॉरेसिंक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मूलरूप से उत्तराखंड के गढ़वाल चमौली निवासी मंशाराम आशियाना के रजनीखंड में सपरिवार रहते थे। वह रेलवे में चतुर्थ श्रेणी के सहयोगी पद पर कार्यरत थे। पत्नी देवासरी ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे पति मंशाराम घर से ड्यूटी करने इंडोर अस्पताल गए थे। करीब 11:30 बजे उन्हें सूचना मिली कि अस्पताल में पति ने गला रेत कर आत्महत्या कर ली। आनन-फानन वह अपने परिवारिक सदस्यों के साथ इंडोर अस्पताल पहुंची। जहां, उन्होनें पति को मृत अवस्था में पाया। DCP पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि मंशाराम इंडोर अस्पताल में गोपनीय सहायक अधिकारी डॉ.संगीता सागर के कार्यालय में कार्यरत थे। जबकि पत्नी ने हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

घर में इस्तेमाल किए जाने वाला चाकू बरामद

ACP कैंट पंकज सिंह ने बताया कि करीब 11:00 बजे सहयोगियों ने मंशाराम को अस्पताल के एक कमरे में मरणासन्न हालत में पाया। उसकी हालत को देखकर कर्मचारियों ने फौरन पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल से घर में इस्तेमाल किए जाने वाला चाकू बरामद किया है। वहीं, कमरे की फर्श और दीवार पर खून के छिंटे भी मिले है। ACP ने बताया कि प्रथम दृष्टया में सामने आया कि कर्मचारी ने चाकू से गला रेत कर आत्महत्या की है, लेकिन परिजन हत्या करने का आरोप लगा रहे है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। 

CDR रिपोर्ट खंगाल रही पुलिस

प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर महादेवन के मुताबिक, पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। अस्पताल में लगे CCTV कैमरों की फुटेज के साथ ही मृतक के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट भी खंगाली जा रही है। जिससे यह बात पूरी तरह से स्पष्ट होगी कि घटना में इस्तेमाल किया चाकू मंशाराम साथ लेकर आया था या फिर अस्पताल का चाकू इस्तेमाल किया गया है। वहीं, फॉरेसिंक टीम ने एकत्र किए गए साक्ष्यों को लैब में भेज दिया हैं। इसके साथ ही चाकू के फिंगर प्रिंट का मिलान कराया जा रहा है। फिलहाल, आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए है।

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