बरेली: गेहूं खरीद के लक्ष्य में पिछड़ने पर आरएफसी ने लगाई फटकार, सिर्फ 11.35 प्रतिशत हुई खरीद

बरेली, अमृत विचार: संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) मनिकन्दन ने शुक्रवार को मंडल में गेहूं खरीद की सुस्त रफ्तार पर संंबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं की खरीद भले ही ठीक हो रही हो लेकिन अब तक लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 11.35 प्रतिशत यानी 1.28 मीट्रिक टन ही गेहूं खरीद हो पाई है, जबकि शासन ने 11.29 लाख मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने चुनाव के दौरान भी खरीद प्रभावित न होने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर उनके खेतों या घरों से ही मोबाइल क्रय केंद्र के माध्यम से खरीद की जाए। फ्लोर मिलों, गेहूं ट्रेडर्स, राइस मिलों आदि पर लगातार मंडी सचिव टीम के साथ छापेमारी करें और स्टॉक से अधिक गेहूं मिलने पर कार्रवाई करें। मंडी परिसर में आढ़तियों के पास आने वाले किसानों को क्रय केंद्र पर भेजा जाए।
स्टॉक की घोषणा नहीं करने वाले व्यापारियों का मंडी लाइसेंस भी निलंबित होगा। प्रत्येक जिले के 10 सबसे कम खरीद करने वाले केंद्रों के प्रभारियों पर कार्रवाई हो। इस दौरान संभागीय खाद्य विपणन अधिकारी सचिन कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी कमलेश पाण्डेय के अलावा चारों जिलों के खाद्य विपणन अधिकारी मौजूद रहे।
पीसीयू जिला प्रबंधक के खिलाफ चार्जशीट के निर्देश
उन्होंने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को निर्देश दिए कि पीसीयू के जिला प्रबंधक मनोज कुमार पर गेहूं खरीद में लापरवाही पर चार्जशीट तैयार की जाए। इसके अलावा शाहजहांपुर की तिलहर मंडी के सचिव रामनिवास के खिलाफ गेहूं खरीद में सहयोग नहीं करने के लिए कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
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