रामपुर: श्री गुरुद्वारा संत भाई जी बाबा में हुए शबद-कीर्तन से संगत हुई निहाल

रामपुर: श्री गुरुद्वारा संत भाई जी बाबा में हुए शबद-कीर्तन से संगत हुई निहाल

रामपुर, अमृत विचार। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के प्रकाश पर्व पर सोमवार को तड़के चार बजे  से नितनेम का  पाठ हुआ। जबकि, श्री सुखमणि साहिब का पाठ सुबह 8.30 बजे से 9.00 बजे तक हुआ। श्री अखंड साहिब की समाप्ति के बाद शबद-कीर्तन से संगत निहाल हुई। उसके बाद अरदास  हुई और इसके बाद संगत को अटूट लंगर बरताया गया। 

सिविल लाइन स्थित  गुरुद्वारा संत भाई जी बाबा जी में  दूसरा दीवान सुबह 10:30 बजे से सजा। दूसरे दीवान में सिमरन जत्था,हजूरी रागी जत्था,भाई देवेंद्र सिंह,रागी जत्था भाई कुलवंत सिंह जी रसीला एवं पटियाला से आए रागी जत्था, भाई जगतेश्वर सिंह शान द्वारा शबद-कीर्तन कर संगत को निहाल किया गया। 

अरदास के बाद अपराह्न 2:30 बजे से गुरु का  अटूट लंगर बरताया गया। गुरुद्वारा प्रधान दर्शन सिंह खुराना एवं भाई जगतेश्वर सिंह शान द्वारा गुरुद्वारों के रागी जत्थों,मुख्य ग्रंथियों एवं सेवादारों को प्रसाद देकर सम्मानित किया गया। प्रधान दर्शन सिंह खुराना द्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब के इतिहास रूबरू कराते हुए कहा कि खालसा पंथ का जन्म स्थान श्री आनंदपुर साहिब को भी श्री गुरु तेग बहादुर जी ने ही बसाया था। 

उनके गांव माखोवाल की जमीन खरीद कर अपनी माता नानकी जी के नाम पर चक नानकी बसाया था, जिसका ही नाम बाद में श्री आनंदपुर साहिब पड़ा। प्रधान दर्शन सिंह खुराना ने दूर दूर से आई हुई संगत का आभार जताया।

रात्रि कार्यक्रम में 8 बजे से 10:30 बजे तक दीवान सजा। जिसमें रागी जत्थों द्वारा शबद कीर्तन किया। कार्यक्रम में  गुरुचरण सिंह आहूजा, मीत प्रधान,त्रिलोचन सिंह वाधवा,भूपेंद्र सिंह,सुरेंद्र सिंह चावला,महेंद्र सिंह होरा, राधेश्याम अरोड़ा ,रविंद्र सिंह, गुरजीत सिंह, हरीश अरोड़ा, जसमीत सिंह, गुरुदेव सिंह,अमरजीत सिंह, धनवंत सिंह, प्रेम अरोड़ा, संतोख सिंह, हरजीत सिंह, इकबाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, अमरजीत सिंह, सेवादार राजा सिंह,परमजीत सिंह, सचिन सिंह आदि मौजूद रहे। 

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