पीलीभीत: लखनऊ प्राणि उद्यान भेजा गया जख्मी बाघ, विशेषज्ञ करेंगे इलाज...महोफ रेंज से सटे इलाके से किया गया था रेस्क्यू

पीलीभीत: लखनऊ प्राणि उद्यान भेजा गया जख्मी बाघ, विशेषज्ञ करेंगे इलाज...महोफ रेंज से सटे इलाके से किया गया था रेस्क्यू

पीलीभीत, अमृत विचार। महोफ रेंज के समीप से एक दिन पूर्व रेस्क्यू किए गए जख्मी बाघ को लखनऊ प्राणि उद्यान भेजा गया है। जहां विशेषज्ञों की टीम जख्मी बाघ का इलाज करेगी। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उप प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में टीम बाघ को लेकर सोमवार सुबह रवाना हो गई।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज में सप्ताह भर पूर्व एक लंगड़ाता बाघ दिखाई दिया था। बाघ के दांए पैर में सूजन होने की बात कही गई थी। पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बाघ की मॉनीटरिंग को दो टीमों का गठन करते हुए इसकी जानकारी प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव को दी थी। 

डिप्टी डायरेक्टर के निर्देश पर दोनों टीमों ने 24 घंटे बाघ की निगरानी शुरू कर दी, लेकिन जिस दिन टीम निगरानी करने जंगल में उतरी, उसी दिन से बाघ की कोई लोकेशन नहीं मिल सकी। इस पर बाघ के आसपास क्षेत्र में चले जाने की संभावना पर संबंधित क्षेत्र के 10 किमी के दायरे में 14 ट्रेप कैमरे भी लगाए गए। मगर, बाघ के लोकेशन की कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी। इसको लेकर वन अफसर भी खासे चिंतित थे। 

इधर रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे जख्मी बाघ महोफ रेंज से सटे मल्लपुर इलाके में देखा गया। सूचना मिलने पर डिप्टी डायरेक्टर भी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। वनकर्मियों की टीम ने बाघ की निगरानी शुरू कर दी। लंगड़ाते बाघ की पुष्टि होते ही बाघ को रेस्क्यू करने का प्लान बनाया गया। कुछ देर बाद ही रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच गई। रेस्क्यू आपरेशन के दौरान बाघ को सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइज कर लिया गया। पिंजड़े में कैद का जख्मी बाघ को रेंज लाया गया। 

डिप्टी डायरेक्टर ने बाघ के रेस्क्यू होने और उसके पैर की स्थिति के संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव को जानकारी दी। एक दिन पूर्व वन अफसरों द्वारा चिकित्सकों की टीम द्वारा यहीं पर बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण करने की बात कही गई थी। बताते हैं कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने बाघ की स्थिति के संबंध में विशेषज्ञों से राय मशविरा किया, जिसके बाद उन्होंने डिप्टी डायरेक्टर को जख्मी बाघ को लखनऊ प्राणि उद्यान भेजने के निर्देश दिए। 

इधर सोमवार सुबह करीब छह बजे चार सदस्यीय टीम की देखरेख में जख्मी बाघ को लखनऊ प्राणि उद्यान के लिए रवाना कर दिया गया। टीम में सामाजिक वानिकी प्रभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी अंजनी कुमार श्रीवास्तव, पीटीआर के पशु चिकित्सक डॉ. दक्ष गंगवार, वन दरोगा नवीन सिंह बोरा, फारेस्टगार्ड कौशलेंद्र यादव शामिल रहे। सोमवार शाम बाघ को लखनऊ प्राणि उद्यान के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया।

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