Hockey : कोर ग्रुप में चयन पर Marina Lalramnghaki बोलीं- सपने के सच होने जैसा क्षण था, मेरी आंखें भर आई

Hockey : कोर ग्रुप में चयन पर Marina Lalramnghaki बोलीं- सपने के सच होने जैसा क्षण था, मेरी आंखें भर आई

नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम के 33 सदस्यीय कोर ग्रुप में जगह बनाने वाली मिजोरम की युवा और ऊर्जावान मिडफील्डर मरीना लालरामन घाकी (Marina Lalramnghaki) ने कहा कि मुझे अपनी क्षमताओं पर भरोसा था। अपने चयन को लेकर मरीना ने कहा, जब मुझे कोर ग्रुप में मेरे चयन की खबर मिली तो मैं खुशी से अभिभूत हो गई। यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा क्षण था और मेरी आंखें भर आई। मुझे हमेशा आत्मविश्वास था मेरी क्षमताओं और सफल परीक्षणों ने मेरे विश्वास की पुष्टि की।

उन्होंने कहा, मेरा अंतिम लक्ष्य 2026 महिला एफआईएच हॉकी विश्व कप और 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम की सफलता में योगदान देना है। हालांकि, वर्तमान में मेरा ध्यान भारतीय टीम की टीम में जगह बनाना है। उन्होंने कहा, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने और अपने देश को गौरवान्वित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं। हॉकी में मरीना का सफर 10 साल की उम्र में स्कूल के दिनों से शुरू हुआ। उनकी प्रतिभा को जल्द ही पहचाना गया, जिससे उनका चयन मिज़ोरम के थेनजॉल में साई महिला हॉकी अकादमी में हो गया। वह अपनी प्रेरणा का श्रेय लालरेम्सियामी को देती हैं और भारतीय टीम की मिडफील्डर सुशीला चानू को अपना आदर्श मानती हैं।

उन्होंने कहा, लालरेम्सियामी, जिनकी मिजोरम की यात्रा मेरे साथ गहराई से मेल खाती है। उन्होंने मुझे हॉकी में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया, उनके अथक समर्पण और उल्लेखनीय उपलब्धियों ने एक मार्गदर्शक के रूप में काम किया, जिससे मुझमें विश्वास पैदा हुआ। लगन और कड़ी मेहनत से सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है। 

उन्होंने कहा इसके अलावा, मैंने हमेशा भारतीय टीम की मिडफील्डर सुशीला चानू को एक आदर्श के रूप में देखा है। उनके असाधारण कौशल, क्षमताओं और खेल के प्रति प्रतिबद्धता ने मुझ पर एक अमिट छाप छोड़ी है। मैं मैदान पर उनकी सफलता का अनुकरण तथा भारतीय हॉकी की विरासत में योगदान करने की इच्छा रखती हूं। हॉकी मिजोरम की 22 वर्षीय मिडफील्डर ने पुणे में 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए तीन गोल किए और इस तरह मैदान पर अपनी चपलता और रणनीतिक खेल के लिए ध्यान आकर्षित किया। वह वर्तमान में बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में प्रशिक्षण ले रही है।

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