एंबुलेंस के इंतजार में कानपुर सेंट्रल पर तड़पते हैं गंभीर मरीज; रेलवे अफसर ब्लॉक, यात्रियों के मोबाइल से बुलाते एंबुलेंस

एंबुलेंस के इंतजार में कानपुर सेंट्रल पर तड़पते हैं गंभीर मरीज; रेलवे अफसर ब्लॉक, यात्रियों के मोबाइल से बुलाते एंबुलेंस

कानपुर, अमृत विचार। ट्रेन में यात्रा करते समय अगर तबियत खराब हुई तो समय से एंबुलेंस नहीं मिलेगी, क्योंकि रेलवे अधिकारियों का मोबाइल नंबर 108 एंबुलेंस सेवा ने ब्लॉक कर दिया है। रेलवे अधिकारी यात्रियों व सहकर्मियों के मोबाइल मांगकर एंबुलेंस बुलाते हैं। तब तक मरीजों को स्टेशन पर दर्द से कराहना पड़ता है। 

सेंट्रल स्टेशन पर तैनात डिप्टी एसएस अजय कुमार ने बताया कि अक्सर सफर के दौरान यात्रियों की हालत बिगड़ जाती है। रेलवे कंट्रोल की सूचना पर जब ट्रेन स्टेशन पहुंचती है तो रोगी को इलाज दिया जाता है। रोगी के गंभीर होने पर अस्पताल भेजा जाता है। इसके लिए 108 एंबुलेंस सेवा में फोन करके एंबुलेंस बुलाते हैं। इधर कुछ दिन से समस्या हो रही है। 108 नंबर मिलाने पर फोन कट जाता है। 

उनके दोनों नंबर 9369102218, 9369601879 को 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मियों ने ब्लॉक कर दिया है। फिर साथियों के नंबर से फोन मिलाना शुरू किया तो उनका भी नंबर ब्लॉक कर दिया गया। डिप्टी एसएस एसके कनौजिया का नंबर 9369601782 भी ब्लॉक है। 

उन्होंने संदेह जताया है कि बार-बार 108 पर फोन करने के कारण ही कर्मियों ने नंबर ब्लॉक किया है। उन्होंने सवाल किया कि क्या जरूरी सेवा 108 की ओर से नंबर ब्लॉक किया जा सकता है। हमें रेलवे के कंट्रोल से सूचना मिलती है और मरीजों को अस्पताल पहुंचाते हैं। इसमें नंबर ब्लॉक करने का क्या औचित्य है। 

शिवांगी ने एक घंटे से ज्यादा इंतजार किया 

डिप्टी एसएस अजय कुमार ने बताया गुरुवार रात यात्री शिवांगी जैन का स्टेशन पर रपटकर पैर में फ्रैक्चर हो गया था। एंबुलेंस के लिए फोन मिलाया तो कट गया। इस पर एक यात्री के नंबर से मिलाकर एंबुलेंस बुलाई, जब जाकर शिवांगी को अस्पताल भेजा गया। करीब एक घंटे तक शिवांगी प्लेटफार्म पर दर्द से कराहती रही। 

दोनों एंबुलेंस उर्सला अस्पताल भेजीं 

डिप्टी एसएस ने बताया कि रोगियों को तत्काल इलाज के लिए दो एंबुलेंस मीरपुर कैंट स्थित रेलवे हेल्थ यूनिट में खड़ी रहती थीं। जिससे रोगियों को अस्पताल भेज दिया जाता था। अब दोनों एंबुलेंस उर्सला में खड़ी होती हैं। वहीं 108 एंबुलेंस ने उनका नंबर ब्लाक कर दिया है। जिससे रोगियों को अस्पताल भेजने में काफी परेशानी होती है। 

मामले में सीएमओ, डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह, एसीएम संतोष त्रिपाठी व उच्च अधिकारियों से शिकायत की जाएगी। 108 एंबुलेंस सेवा मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के लिए है तो उनका नंबर कैसे ब्लाक किया जा सकता है। वह भी रेलवे कंट्रोल रूम के आदेश पर रोगियों को अस्पताल पहुंचाने का ही काम कर रहे हैं। -डिप्टी एसएस अजय कुमार

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