ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता एथलीट को पुरस्कार राशि देना अच्छा कदम : नीरज चोपड़ा 

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता एथलीट को पुरस्कार राशि देना अच्छा कदम : नीरज चोपड़ा 

नई दिल्ली। स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने गुरुवार को विश्व एथलेटिक्स के पेरिस ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को 50,000 डॉलर का पुरस्कार देने के फैसले की प्रशंसा की और साथ ही कहा कि वह चाहेंगे कि अन्य वैश्विक प्रतियोगिताओं में भी इसी तरह का प्रोत्साहन मिले। ओलंपिक खेलों में पहली बार होगा कि इस साल पेरिस खेलों की 48 एथलेटिक्स स्पर्धाओं के स्वर्ण पदक विजेताओं को विश्व एथलेटिक्स द्वारा भारी राशि दी जायेगी। विश्व एथलेटिक्स ने अपने इस दायरे को बढ़ाने का वादा किया है कि 2028 लास एंजिल्स चरण में सभी तीनों पदक विजेताओं को शामिल किया जायेगा। 

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज ने अपने प्रायोजक ‘जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स’ द्वारा आयोजित कराई गई इस बातचीत में कहा, ‘‘पैसे के मामले में एथलेटिक्स में उस तरह की राशि नहीं है जैसे टेनिस या फुटबॉल और अन्य खेलों में है।’’ उन्होंने कहा, विश्व एथलेटिक्स का पेरिस ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता एथलीटों के लिए पुरस्कार राशि की घोषणा करने का फैसला अच्छी शुरूआत है। यह अच्छा फैसला है। ’’ विश्व चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने कहा, ‘‘विश्व एथलेटिक्स बहुत सक्रिय होता जा रहा है। आने वाले समय में मुझे लगता है कि वे डायमंड लीग जैसी प्रतियोगिताओं में भी वित्तीय प्रोत्साहन देंगे, जो अच्छा होगा। ’’ 

विश्व एथलेटिक्स अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने कहा कि ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि देना लंबे समय से लंबित था क्योंकि ओलंपिक खेलों में जो भारी राजस्व मिलता है, उसमें ट्रैक एवं फील्ड एथलीट का मुख्य योगदान होता है। को खुद दोहरे ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से फैसले पर चर्चा नहीं की है जिसके अंतर्गत ओलंपिक खेल आयोजित होते हैं। यह दोनों के बीच तनाव का कारण हो सकता है। को ने बुधवार को वर्चुअल बातचीत में पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता, मैंने उनसे (आईओसी) इस बारे में चर्चा नहीं की है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा ही कहा है कि मैं विकास से हुए लाभ से खिलाड़ियों का फायदा चाहता था। 

चोपड़ा इससे सहमत हैं और उन्होंने खिलाड़ियों के लिए वित्तीय सुरक्षा की जरूरत पर बात करते हुए कहा, अंत में हम जो कमाई करते हैं, वो खिलाड़ियों के लिए पर्याप्त है। इससे हमें आराम की जिदंगी जीने में मदद मिल रही है, हमारे परिवार को आराम की जिंदगी मिल रही है।  चोपड़ा अपना प्रतिस्पर्धी सत्र 10 मई को दोहा डायमंड लीग में शुरू करेंगे। अभी वह ट्रेनिंग के लिए तुर्की में हैं। वह स्विस पर्यटन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के लिए इस साल के शुरू में स्विट्जरलैंड में भी थे जिसमें उन्होंने महान टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर से मुलाकात की थी। इस भारतीय ने कहा कि 20 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता से मिलना बहुत ही अद्भुत रहा और इस महान खिलाड़ी ने उन्हें करियर लंबा करने के बारे में भी बताया।

 चोपड़ा ने कहा, बतौर एथलीट, एक महान खिलाड़ी से मिलना शानदार था। मैंने उनसे पूछा कि वह इतने लंबे समय तक खेल में शिखर पर कैसे रहे। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी को अपने कार्यक्रम में संतुलन बनाने की जरूरत है कि उसे किस टूर्नामेंट में खेलना चाहिए। चोटों और थकान से बचने के लिए टूर्नामेंट सतर्कता से चुनने चाहिए। 

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