बदायूं: मिट्टी में लगाई ज्यादा यूरिया, मक्का के पौध में लगने लगी सूड़ी
बदायूं, अमृत विचार। फसलों के लिए यूरिया का लगातार प्रयोग होना नुकसानदायक साबित हो रहा है। फसलों के उगते ही सूड़ी पड़ने लगी हैं। वर्तमान में पक्का की फसल में सूड़ी लगी है। जो पौधे की जड़ को काट रही हैं। कृषि विभाग की सलाह पर किसान कोरोजिन दवा का छिड़काव करके फसल को पानी लगा रहे हैं। जिससे मिट्टी को खत्म किया जा सके।
इस बार मक्का की खेती फसल करने वाले किसानों की संख्या अधिक है। अब तक तो सरसों के खेतों में मक्का बोई जा रही थी मगर अब किसान गेहूं काटकर मक्का की खेती कर रहे हैं। जिन किसानों ने सरसों के खेतों में मक्का लगाई है वह मक्का पत्तेदार हो रही है।
खेत के अंदर सूड़ी होने से मक्का के पौधे को वह नीचे से काट रही है जिससे पौधा सूख रहा है। मक्का सूखने से किसानों के चेहरों पर पसीना आ रहा है। अधिक लागत लगाकर तैयार की गई मक्का में अब सूड़ी लग रही है। इस पर किसानों ने कृषि विभाग से सलाह ली है।
विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि जिस खेत में सूड़ी लगी है उसमें कोरोजिन दवा का छिड़काव किया जाए। कोरोजिन दवा से खेत के अंदर मिट्टी में जो सूड़ी है वह मर जाएगी। उसके बाद मक्के का पौधा स्वस्थ रहेगा।
विभाग का कहना है कि मक्का की फसल में पहला पानी तब लगाएं जब पौधे का पत्ता सूखने लगे। देर से पानी लगने से मक्के का पौधा जल्द तैयार हो जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा यूरिया व अन्य कीटनाशक का प्रयोग करने की वजह से उर्वरक क्षमता कम हो रही है और फसल में सूड़ी लग रही हैं।
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