बदायूं: झोलाछाप के इंजेक्शन से महिला की मौत, गुस्साए परिजन ने किया हंगामा
उघैती, अमृत विचार: कस्बों से लेकर गांवों में झोलाछाप की भरमार है। जिनका गलत इलाज आए दिन किसी न किसी की मौत का कारण बन जाता है। मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा अभियान चलाता है लेकिन फिर कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल देता है। शनिवार को झोलाछाप के गलत इलाज की वजह से एक महिला की मौत हो गई। गुस्साए परिजन और अन्य लोगों ने हंगामा किया। पुलिस ने उन्हें शांत कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृत महिला के बेटे की तहरीर पर झोलाछाप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। उसकी तलाश की जा रही है।
गांव घंसौली निवासी प्रेमवती (50) पत्नी रामप्रकाश सांस की मरीज थीं। शनिवार सुबह अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। प्रेमवती के बेटे वीरेश उन्हें सुबह लगभग 11 बजे उघैती कस्बा के महानगर रोड स्थित झोलाछाप अनिल यादव की दुकान पर ले गए थे। वह खुद पैदल चलकर दुकान तक पहुंचीं थीं।
दुकान पर बैठे झोलाछाप ने प्रेमवती को इंजेक्शन लगा दिया। कुछ ही देर के बाद प्रेमवती की मौत हो गई। जिससे झोलाछाप अनिल यादव घबरा गया और निजी अस्पताल से उनके लिए ऑक्सीजन ले जाने की बात कहकर दुकान पर ताला डालकर भाग गया। सूचना मिलने पर परिजन एकत्र हो गए। मोहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर उघैती थानाध्यक्ष राजेश कौशिक पहुंचे।
उन्होंने लोगों को शांत कराया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वीरेश की तहरीर पर पुलिस ने झोलाछाप गांव महानगर निवासी अनिल यादव पुत्र मुकुट सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। एमओआइसी डॉ. प्रशांत त्यागी ने बताया कि टीम बनाकर झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दुकान पर मौत से बंद हुईं झोलाछाप की अन्य दुकानें
इंजेक्शन लगाने के बाद महिला की मौत की सूचना कस्बा में फैल गई। जिसके बाद सभी छोलाछाप अपनी दुकान का शटर बंद करते नजर आए। लोगों के अनुसार कस्बा में आधा दर्जन से ज्यादा झोलाछाप की दुकानें हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई नहीं करता। अगर किसी की मौत हो जाती है तो महकमा सेटिंग कर लेता है।
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