मुख्तार अंसारी के विरुद्ध आगरा में सीओ रूपेंद्र गौड़ ने दर्ज कराया था केस
कैसरगंज में तैनात सीओ बोले ऐसे माफिया का मर जाना आम लोगों के लिए बेहतर
संजय श्रीवास्तव/ जरवल/ बहराइच, अमृत विचार। जिले के कैसरगंज में पुलिस क्षेत्राधिकारी के पद पर तैनात रूपेंद्र गौड़ ने मुख्तार अंसारी के निधन पर कहा कि ऐसे माफिया का मर जाना हम जनता के हित में बहुत जरूरी है। आगरा में वर्ष 1999 में उप निरीक्षक के पद पर तैनात वर्तमान सीओ ने केस दर्ज कराया था। माफिया की मौत पर उन्होंने कहा कि आम जनता के साथ सरकारी कर्मचारी ऐसे लोगों से काफी त्रस्त थे। कहीं न कहीं कांड करना इनकी फितरत में थी।
पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की बांदा मेडिकल कॉलेज में बृहस्पतिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। परिवार के लोग चाहे जो आरोप लगाएं, लेकिन आम जनता और उसके क्षेत्र में तैनात अधिकारी माफिया के निधन पर शोक नहीं जता रहे हैं। सभी ऐसे माफिया को मर जाना बेहतर समझ रहे हैं। जिले के कैसरगंज सर्किल में तैनात पुलिस क्षेत्राधिकारी रूपेंद्र गौड़ काफी तेज तर्रार अधिकारियों में माने जाते हैं। मुख्तार अंसारी के निधन पर सीओ कैसरगंज ने अमृत विचार अखबार से बातचीत करते हुए बताया कि वर्ष 1999 में वह उप निरीक्षक के पद पर आगरा में जगदीशपुर थाने के आवास विकास में तैनात थे। जबकि मुख्तार अंसारी केंद्रीय कारागार में बंद था। छापेमारी के दौरान पूर्वांचल के माफिया के पास से जेल में बुलेट प्रूफ जैकेट एवं सिम कार्ड बरामद हुआ था। जिस पर तत्कालीन उप निरीक्षक ने मुख्तार अंसारी के विरुद्ध केस दर्ज कराया था। फर्जी प्रपत्र तैयार करने और अपराध के लिए दुष्प्रयोजित करने का केस दर्ज करवाने के बाद उसके विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हुई थी। जिस पर एमपी एमएलए कोर्ट ने माफिया के विरुद्ध सुनवाई करते हुए आरोप तय किया था। उन्होंने कहा कि सभी मामले 25 वर्ष पूर्व हुए थे। अपने ड्यूटी के बारे में बताते हुए सीओ ने कहा कि उन्हें कभी डर नहीं लगा, लेकिन आम जनता काफी परेशान रहती थी। ऐसे माफिया का मर जाना ही जानता के लिए बेहतर है।
एडीजी के निर्देश पर दी गवाही, मिली सजा
सीओ कैसरगंज रूपेंद्र गौड़ ने बताया कि केस दर्ज उन्होंने करवाया। इसके बाद उनकी तैनाती रामपुर में एएचटीयू प्रभारी के रूप में हुई। प्रदेश के तत्कालीन एडीजी अविनाश चंद्र ने उनके पास पत्र भेजा और मुख्तार अंसारी के खिलाफ गवाही देने के लिए कहा। जिस पर उन्होंने मुख्तार अंसारी के खिलाफ गवाही दी और माफिया को सजा दिलाई।
चर्चा बना माफिया के साथ फोटो
कैसरगंज में तैनात पुलिस क्षेत्र अधिकारी रूपेंद्र गौड़ ने बताया कि केस दर्ज करने गवाही देने और चर्चित दाखिल करने के बाद भी उन्हें कोई भय नहीं हुआ न ही उनको किसी के द्वारा धमकी मिली। उनका बाहुबली अब क्या होगा तुम्हारा मुख्तार का पड़ा जिद्दी थानेदार से पाला का पोस्टर भी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।