मुख्तार की मौत के पीछे क्या सच में है इन नेताओं से लेकर अफसरों तक का हाथ, एक पत्र ने उठाए दर्जनों सवाल!

मुख्तार की मौत के पीछे क्या सच में है इन नेताओं से लेकर अफसरों तक का हाथ, एक पत्र ने उठाए दर्जनों सवाल!

लखनऊ। बाहुबली मुख्तार अंसारी की बीती रात गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद से ही चारों तरफ मुख्तार अंसारी के माफिया राज और मौत को लेकर चर्चाएं तेज हैं। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उस पत्र की भी खूब चर्चा हो रही है जो मुख्तार अंसारी ने 21 मार्च 2024 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया था।

अभियुक्त के तौर पर कोर्ट में पेश किए गए इस पत्र में मुख्तार अंसारी ने गंभीर आरोप लगाए थे। मुख्तार अंसारी ने पत्र में लिखा था कि सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है कि प्रार्थी की हत्या का षड्यंत्र उपराज्यपाल जम्मू एंड कश्मीर मनोज सिन्हा, माफिया डॉन व भाजपा समर्पित एमएलसी बृजेश सिंह, भाजपा विधायक सुशील सिंह, एडीजी अमिताभ यश एवं प्रमुख सचिव गृह उत्तर प्रदेश द्वारा रची जा रही है। सरकार द्वारा इन अधिकारियों की हत्या के बाद कानूनी कार्रवाई से बचने का आश्वासन भी दिया गया है। 

कोर्ट में पेश किए गए इस पत्र में मुख्तार अंसारी ने कहा कि शासन द्वारा एक साजिश के तहत जेल के भीतर अभियुक्त प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या की जा चुकी है। भाजपा सरकार में जेल की अंदर एक साजिश के तहत कई लोगों की हत्या की जा चुकी है। 

यह तमाम बातें लिखते हुए मुख्तार अंसारी ने अपनी जान की रक्षा के लिए आला अधिकारियों व जेल प्रशासन के षड्यंत्र को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करने की मांग की थी। इस दौरान मुख्तार अंसारी ने खुद की जान का खतरा बताते हुए रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश देने की गुहार की थी। 

खाने में जहर देकर मारने का हुआ प्रयास

मुख्तार अंसारी ने अपने पत्र में जेल में रहते हुए उसकी हत्या करने को लेकर भी आरोप लगाए थे। मुख्तार अंसारी ने बताया कि 20 अप्रैल 2024 को वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट के सामने पेश हुआ था। 

इस दौरान उसने बताया कि दिनांक 19 मार्च 2024 को रात के खाने में उसे जहर देकर जान से मारने की कोशिश जेल प्रशासन की ओर से की गई। इससे पहले भी मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में ही दो बार जान से मारने का षड्यंत्र रचा गया।

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