माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ ईडी ने दर्ज किया था मनी लॉड्रिंग का केस

माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ ईडी ने दर्ज किया था मनी लॉड्रिंग का केस

लखनऊ, अमृत विचार। माफिया मुख्तार अंसारी पर ईडी ने विधायक निधि का दुरूपयोग करने के मामले में मार्च 2020 में मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया था। इसमें मुख्तार पर आरोप था कि विधायक निधि का 25 लाख रुपये ऐसे विद्यालय के नाम ट्रांसफर किया है। जो वास्तव में संचालित ही नहीं हो रहा था। इस मामले में 2021 में मऊ के सरायलखन्सी थाने में निधि के दुरुपयोग करने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। 

आरोप था कि मुख्तार अंसारी की विधायक निधि से ग्राम सरवां में एक उच्च माध्यमिक विद्यालय के नाम पर 20 लाख रुपये व पांच लाख रुपये की दो किस्तें दी गई थीं। इस खेल में मुख्तार का करीबी संजय सागर व आनंद यादव शामिल थे। जबकि जिस भूमि पर विद्यालय बनाए जाने की बात कही गई थी, उस जमीन पर खेती हो रही थी।

पुलिस की जांच में हुआ खुलासा

पुलिस जांच में सामने आया था कि कोई विद्यालय बन ही नहीं रहा था। विधायक निधि का उपयोग कहां किया गया था। इसे लेकर ईडी ने अपनी पड़ताल शुरू की है। कई खातों का ब्यौरा भी खंगाला जा रहा है। वहीं मुख्तार अंसारी की ओर से ईडी कोर्ट में अर्जी देकर उसके विरुद्ध चल रही ईडी की कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए उसे बरी किए जाने की मांग की थी। 

ईडी कोर्ट ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया था। ईडी की जांच में मुख्तार अंसारी की कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन के माध्यम से करोड़ों रुपये के घोटाले की बात सामने आई। इसके कई प्रमाण भी मिले। मैसर्स विकास कंस्ट्रक्शन में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शा व उसके साले आतिफ रजा की हिस्सेदारी है।

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